अल्मोड़ा: कल नये साल पर विमलकोट शक्तिपीठ मंदिर में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, लगती है यहां न्याय की अर्जी

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के धौलछीना में नव वर्ष के आगमन पर धौलछीना स्थित विमलकोट शक्तिपीठ भगवती मंदिर में हर वर्ष लगने वाले मेले की तैयारी पूरी हो गई है।

बड़ी संख्या में पंहुचेंगे श्रद्धालु

जिसमें सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में भक्तों तथा पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। मंदिर के पुजारी नवीन जोशी [नित्यानंद] ने बताया कि नव वर्ष के प्रथम दिवस पर मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।  साथ ही  हल्द्वानी से भजन कीर्तन मंडली के स्टार गायक्करों की टीमें पहुंच रही है। इस अवसर पर भक्ति गीतों के नामी गायकों द्वारा भजनों की अमृत वर्षा की जाएगी।

मेले के आयोजन की संपूर्ण तैयारी पूरी की

मंदिर कमेटी के व्यवस्थापक दरवान सिंह रावत ने बताया कि मंदिर कमेटी द्वारा मेले के आयोजन की संपूर्ण तैयारी पूर्ण कर ली है। मंदिर परिसर में लगभग 3 000 दर्शनार्थियों की बैठने की व्यवस्था की गई है। कमेटी की ओर से परिसर में भक्तों के बैठने वह भंडारे की की उचित व्यवस्था की गई है।  इस वर्ष नव वर्ष पर सोमवार को पिछले वर्ष से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इधर थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया कि मेले मैं श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। साथी महिला पुलिस की बीते ना दी की जाएगी। मंदिर परिसर के चारों गुड अराजक तत्वों  पर नजर रखने के लिए  cctv कैमरा  लगाए गए हैं। धौलछीना से आने वाले यात्रियों के लिए मंदिर के पहले गेट से दूसरे गेट तक फोर व्हीलर वाहनों के लिए 15 मिनट के गैपिंग पर दोनों ओर से वन वे किया गया है । मंदिर जाने के लिए धौलछीना रोड को ठीक करवा लिया गया है। श्रद्धालुओं के लिए 8:00 बजे से देर रात्रि तक मंदिर दर्शन के लिए खोला जाएगा।

न्याय की देवी के रूप में जानी जाने वाली माता पर भक्तों की अटूट आस्था

ऐतिहासिक मंदिर जिला मुख्यालय से 36 किलोमीटर दूर धौलछीना कस्बे के पास विमलकोट शक्ति पीठ है, जो शंकु आकार वाली पहाड़ी के मध्य बसा है। न्याय की देवी के रूप में जानी जाने वाली माता पर भक्तों की अटूट आस्था है। मंदिर के सामने की पहाड़ी पटिहार कोट में अभी भी खंडहर के अवशेष मौजूद है।तब से इस मंदिर में लोग न्याय के लिए मन्नतें मांगते है। इस मंदिर में दूर दूर से लोग अपनी मन्नत लेकर पहुंचते हैं। मान्यता है की माता सभी की मनोकामना पूरी करती हैं।