उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने नैनीताल में उक्रांद अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी के रविवार को दिए बयान के बाद यह प्रतिक्रिया दी है।
इनकी रही सक्रिय भागीदारी-
उन्होंने सोमवार को यहां जारी बयान में कहा है कि ऐरी ने कहा है कि राज्य का निर्माण उन्होंने किया इसको संवारेंगे भी वही। तिवारी ने कहा कि उक्रांद नेता स्वयं भाजपा और कांग्रेस की सरकारों में शामिल रहे तब भी वे कुछ नहीं कर पाए। तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में चिपको, वन बचाओ, नशा नहीं रोजगार दो विवि निर्माण, राज्य के लिए अंतरराष्ट्रीय हिमालयन कार रैली रोकने जैसे आंदोलनों ने सशक्त आधार तैयार किया। इसमें छात्रों, मजदूरों और किसानों की सक्रिय भागीदारी रही।
किसी दल से नहीं हुआ है उत्तराखंड का गठन-
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कहा कि उत्तराखंड का गठन एक दल व नेता के संघर्ष से नहीं हुआ है। राज्य का गठन प्रदेश के आम लोगों, छात्र युवा, महिला कर्मचारियों के लंबे संघर्षों से हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य के नाम पर गठित राजनीतिक दल से पूर्व ही उत्तराखंड संघर्ष वाहिनी और उत्तराखंड की छात्र शक्ति ने 22 – 23 फरवरी 1978 को पहला सफल उत्तराखंड बंद आयोजित किया था। उन्होंने आगे कहा कि उपपा प्रदेश में परिवर्तन के लिए एक विश्वशनीय क्षेत्रीय पार्टी के तौर पर जनता के सपनों को साकार करने में जुटी है। उत्तराखंड की सभी ताकतों को आत्मचिंतन करते हुए अपनी गलतियों को खुले मन से स्वीकार कर कांग्रेस, भाजपा और दिल्ली की कठपुलती सरकारों के खिलाफ एक सशक्त राजनीतिक विकल्प के लिए एकजुट होना चाहिए।