अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। अल्मोड़ा के धौलछीना में तहसील स्वीकृति के 10 साल बाद भी तहसील का संचालन नहीं होने पर भड़के ग्राम प्रधानों ने खंड विकास अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में कहीं यह बात
गुरुवार को ग्राम प्रधान संगठन अध्यक्ष चंद्र सिंह मेहरा के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों ने धौलछीना तहसील के संचालन करवाए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री तथा जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा गया है कि 3 सितंबर 2013 को धौलछीना तहसील का गजट नोटिफिकेशन माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा जारी होने के बावजूद भी आज तक तहसील अस्तित्व में नहीं आ सकी है। राजनीतिक दबाव तथा अवैध खनन कारोबारियों के दबाव में प्रशासन धौलछीना में तहसील का संचालन नहीं कर पा रहा है। तहसील का संचालन न होने से ग्रामीणों को तहसील संबंधी कार्य के लिए जिला मुख्यालय की दौड़ लगानी पड़ रही है। जिससे ग्रामीणों को समय के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
आंदोलन की चेतावनी
प्रधानों ने चेतावनी देते हुए कहां है कि यदि शीघ्र तहसील का संचालन नहीं किया गया तो ग्रामीणों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
यह लोग रहें मौजूद
इस मौके पर ज्ञापन सौंपने में ग्राम प्रधान कलोन चंद्र सिंह मेहरा, प्रधान दियारी प्रेमा देवी, प्रधान कांचुला दीवान सिंह, प्रधान हटोला धर्म सिंह, प्रधान सल्ला बलबन टम्टा, प्रधान नौगांव हेमा देवी, प्रधान नाली योगेश कुमार, प्रधान तल्लीनाली पप्पू लाल, प्रधान लिंगुणता वीरेंद्र सिंह, प्रधान बेलवालगांव रामपाल सिंह, प्रधान बूंगा धीरज सिंह, प्रधान साल्लाभाटकोट राजेंद्र प्रसाद, प्रधान ऊटिया सुनीता देवी, प्रधान पल्यूं सुनील कुमार, प्रधान बबूरिया नायल महेश बोरा, प्रधान खांकरी हेमा देवी, प्रधान डूंगरलेख गीता चम्याल आदि लोग शामिल रहे।