अल्मोड़ा: हवालबाग विकासखंड के कनेली-बिसरा के ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव बहिष्कार का किया ऐलान, जाने वजह


आज भी पर्वतीय क्षेत्र  मूलभूत सुविधाओं से काफी दूर है। जिसमें आज भी सबसे बड़ी समस्या सड़क और पानी है।जिससे आज भी गाँव के लोग जूझ रहे हैं। उत्तराखंड राज्य बनने के 20 साल बाद भी कई गांवों में सड़क तो दूर पीने का पानी तक नहीं मिल रहा है।

हवालबाग विकासखंड की कनेली-बिसरा ग्रामसभा में यही हाल है-

जिसमें अल्मोड़ा जिले के हवालबाग विकासखंड की कनेली-बिसरा ग्रामसभा का भी यही हाल है। यहां के ग्रामीण एक दशक बाद भी पक्की सड़क नहीं देख सके हैं। यहां तक की इस क्षेत्र में 40 साल पुरानी पेयजल लाइन तक दुरुस्त नहीं हो सकी है। जिससे ग्रामीणों को काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन कर जताई नाराजगी-

जिसमें ग्रामीणों ने रविवार को धरना प्रदर्शन कर नाराजगी जताई। इस दौरान ग्रामीणों ने 2022 विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का भी ऐलान किया है।

2013-14 में सड़क बनने का काम शुरू हुआ लेकिन आज तक नहीं हो सका डामरीकरण-

इस दौरान प्रधान पति नंद किशोर उपाध्याय ने कहा कि कनेली-बिसरा ग्रामसभा सड़क मार्ग से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आपातकाल में होने वाली असुविधा को देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर ज्योली से कनेली गांव तक सड़क स्वीकृत हुई। 2013-14 में सड़क बनने का काम शुरू हुआ लेकिन बजट की कमी और अन्य कारणों का हवाला देते हुए आज तक सड़क में डामरीकरण नहीं हो सका है। ऐसे में कच्ची सड़क में बरसात के दौरान कीचड़ जमा होने से कई दोपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए खतरा बढ़ जाता हैं। महिला या किसी बुजुर्ग का स्वास्थ्य खराब होने की दशा में उन्हें डोली के सहारे मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है। जिससे इलाज में देरी से जान का खतरा बना रहता है।

सड़क पक्की बनवाने को लेकर कई बार क्षेत्रीय सांसद और विधायकों से लगाई गई गुहार-

वही युवा रोहित कपिल ने कहा कि सड़क पक्की बनवाने को लेकर कई बार क्षेत्रीय सांसद और विधायकों से गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन हर बार चुनाव के दौरान आश्वासन ही मिलते आ रहे हैं।

1981 में बनी कनेली-बसर पेयजल लाइन भी है क्षतिग्रस्त-

इस दौरान पूर्व ग्राम प्रधान रेखा उपाध्याय ने कहा कि 1981 में बनी कनेली-बसर पेयजल लाइन भी पूर्णतया क्षतिग्रस्त है। जल संस्थान द्वारा मरम्मत न कराने के कारण ग्रामीणों को खुद ही पेयजल लाइन ठीक करने कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। ऐसे में ग्रामसभा में नियमित पेयजल भी नहीं मिल पा रहा है।

इस दौरान यह लोग रहे शामिल-

इस दौरान धरना प्रदर्शन करने वालों में अंकित उपाध्याय, नीरज उपाध्याय, नंद किशोर उपाध्याय, कमल उपाध्याय, पंकज उपाध्याय, रोहित कपिल, कमल कपिल, खगेश बिष्ट, अमित मेहरा, पंकज रावत, विजय बिष्ट, शुभम बिष्ट, विजय आर्या, देवेंद्र आर्या, किशन राम, खीम राम, रेखा उपाध्याय, दीक्षा उपाध्याय, सोनी उपाध्याय आदि शामिल रहे।