ब्रिटेन ने यूक्रेन में अपने नागरिकों से अगले 48 घंटों में देश छोड़ने के लिए कहा है क्योंकि रूस अब किसी भी दिन हमला कर सकता है। ब्रिटेन की यह चेतावनी अमरीका के उस बयान के बाद आई है जिसमें उसने कहा था कि रूस यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार है। अमरीका ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की कल सलाह दी थी। अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि तीसरा विश्व युद्ध देखने को मिल सकता है ।
सैन्य अभियान शुरू करने की स्थिति में है
अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि रूस यूक्रेन पर किसी भी दिन बड़ा सैन्य अभियान शुरू करने की स्थिति में है और यह हवाई बमबारी से शुरू हो सकता है। लेकिन उन्होंने कहा कि अमरीका को यह नहीं पता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस सिलसिले में अंतिम निर्णय लिया है या नहीं।
अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह
कई अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने का आग्रह किया है। इनमें कनाडा, नीदरलैंड, लातविया, जापान और दक्षिण कोरिया शामिल हैं।
यूक्रेन पर हमला करने से बार बार इंकार किया है
हालाँकि रूस ने सीमा के पास एक लाख से अधिक सैनिक तैनात करने के बावजूद यूक्रेन पर हमला करने से बार बार इंकार किया है। रूस के विदेश मंत्रालय ने पश्चिमी देशों पर झूठी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है।
रूस वाकई इस संकट को कूटनीति और वार्ता के जरिए हल करना चाहता है तो अमरीका उसके लिए तैयार है
इस बीच अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यूक्रेन में संभावित हमले को रोकने की अंतिम कोशिश के तहत वे रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावारोफ से आज बात करेंगे। फिजी में संवाददाता सम्मेलन में श्री ब्लिंकन ने कहा कि अगर रूस वाकई इस संकट को कूटनीति और वार्ता के जरिए हल करना चाहता है तो अमरीका उसके लिए तैयार है।
यूक्रेन की सीमा के पास अपने एक लाख सैनिक, टैंक, तोप और मिसाइल तैनात किए हैं,
बता दें कि रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास अपने एक लाख सैनिक, टैंक, तोप और मिसाइल तैनात किए हैं, लेकिन उसने यूरोपीय संघ के देशों के साथ लगने वाली सीमा पर किसी तरह के हमले से इंकार किया है।
इस बीच, नॉर्वे की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हाल ही में एक बैठक हुई थी , जिसमें यूक्रेन संकट पर चर्चा की गयी थी । संयुक्त राष्ट्र में अमरीका के राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने पुष्टि की थी कि दूतावास ने यूक्रेन की स्थिति पर विचार के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बैठक बुलाने का आग्रह किया था।
एजेंसी की खबरों के अनुसार अमरीका ने इस बैठक में यूक्रेन के आसपास उत्पन्न हालात को रेखांकित करने की योजना बनायी है। सुरक्षा परिषद की बैठक ऐसे समय में हुई । जब पश्चिमी देश रूस पर यूक्रेन सीमा पर सैन्य गतिविधियां बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं।
नैटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन तनाव के बीच क्षेत्र में संतुलन बनाये रखने की अपील
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन- नैटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन तनाव के बीच क्षेत्र में संतुलन बनाये रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि नैटो का युद्ध के लिए यूक्रेन में सेना तैनाती का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा कि तनावपूर्ण माहौल ने क्षेत्र में खतरा पैदा कर दिया और संबंधित देशों को इस मसले के राजनीतिक हल के लिए प्रयास जारी रखने चाहिए।