बागेश्वर: विधानसभा उपचुनाव के सुचारू संपादन हेतु मास्टर ट्रेनरों द्वारा दो पालियों में संचालित प्रशिक्षण में कुल 554 कार्मिकों को दिया गया प्रशिक्षण

बागेश्वर जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। विधानसभा उप निर्वाचन को सुचारू संपादन हेतु पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट को प्रथम प्रशिक्षण डिग्री कॉलेज में दिया गया, जिन्हें मास्टर ट्रेनरों द्वारा दो पालियों में सैद्धान्तिक एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। दो पालियों में संचालित प्रशिक्षण में कुल 554 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया।

सभी कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठा एवं शालीनता से निर्वाचन कार्यों को संपादित करते हुए कराए संपन्न

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी षणमुगम ने कहा निर्वाचन आयोग का उद्देश्य शांतिपूर्ण, निष्पक्ष व पारदर्शी मतदान कराना है, इसमें पीठासीन व मतदान कार्मिकों की भूमिका अहम है, इसलिए मतदान कार्मिक सैद्धान्तिक के साथ ही ईवीएम का गहनता से प्रशिक्षण लें, ताकि मतदान दिवस पर किसी प्रकार की परेशानी न आये। उन्होंने कहा मतदान में लगे सभी कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठा एवं शालीनता से निर्वाचन कार्यों को संपादित करते हुए संपन्न कराये। उन्होंने कहा निर्वाचन दिवस पर निर्धारित समय प्रात: सात बजे से मतदान प्रारंभ कराएंगे तथा इससे पूर्व मॉक पोल कराना अनिवार्य है।

सभी मतदान कार्मिक सौंपे गए कार्यों एंव दायित्वों का बखूबी निर्वहन करना करें सुनिश्चित

जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि विधानसभा उप निर्वाचन को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, शांतिपूर्ण एवं समयबद्ध तरीके से सम्पन्न कराने के लिए सभी मतदान कार्मिक सौंपे गए कार्यों एंव दायित्वों का बखूबी निर्वहन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन से जुड़े सभी कार्मिक तटस्थ होकर कार्य करेंगे तथा मतदान पार्टियां अपने ही बूथ पर ही रात्रि विश्राम करेंगे व किसी का भी अतिथि स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिकायत क्षमा नहीं होगी।

पीठासीन अधिकारी हस्तपुस्तिका का भलीभांति कर लें अध्ययन

मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी ने कहा कि आचार संहिता लगते हुए हम सभी आयोग के अधीन हो जाते हैं, तटस्थ होकर निर्वाचन कार्य पारदर्शिता से संपन्न कराना हमारा दायित्व हैं। मतदान कर्मी टीम भावना से मिलजुल कर कार्यों को अंजाम दे। उन्होंने कहा कि मतदान से पूर्व मॉक पोल कराना अनिवार्य है, पार्टी प्रत्याशी एजेंण्डों के सामने 50 दिखावटी मतदान कराना अनिवार्य होगा। पीठासीन अधिकारी हस्तपुस्तिका का भलीभांति अध्ययन कर लें। मतदान बूथ में पीठासीन अधिकारी अनुशासन बनाये रखें, शालीनता से व्यवहार करें, ताकि शांतिपूर्ण निर्वाध मतदान संपन्न हो सकें।

कार्मिकों को मतदान प्रक्रिया की विस्तार से दी जानकारी

नोडल अधिकारी प्रशिक्षण जीएस सौन, मास्टर ट्रेनर दीप जोशी व डॉ. राजीव जोशी ने सैद्धान्तिक प्रशिक्षण में बारीकियों को समझाते हुए ईवीएम प्रशिक्षण के दौरान मतदान कार्मिकों को विभिन्न प्रपत्र भरने, ईवीएम को ऑन व ऑफ करने व सील करने के साथ ही बीयू, सीयू तथा वीवीपैट को संयोजित करने, खोलने और सील करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए हैंड्स ऑन प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही मास्टर ट्रेनरों ने मतदान हेतु सामग्री प्राप्त के तरीके, मतदान से पूर्व बूथ पर की जाने वाली कार्यवाही, मतदान शुरू करने, मतदान समाप्ति सहित सम्पूर्ण मतदान प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों की शंका का निदान भी किया।

उपस्थित रहे

प्रशिक्षण में संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रताप शाह, अपर जिलाधिकारी सीएस इमलाल, उप जिलाधिकारी राजकुमार पांडे, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश पोखरिया, नोडल खानपान मनोज बर्मन, नोडल ईवीएम अमित श्रीवास्तव, बैरिकेडिंग रमेश चन्द्रा सहित जोनल, सैक्टर मजिस्ट्रेट, पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी प्रथम उपस्थित रहें।