मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत ने विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए कि जिन विभागों के पास धनराशि बची है वह समय पर खर्च करें। जिन योजनाओं का काम पूरा हो गया है उनका भुगतान करना सुनिश्चित करें। योजनाओं शत-प्रतिशत खर्च कर लक्ष्य को समय पर प्राप्त करें। इसमें किसी तरह की हीलाहवाली सहन नहीं होगी। यह निर्देश उन्होंने बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर व केंद्र पोषित योजनाओं की समीक्षा के दौरान दिए।
निर्माणदायी संस्थाओं को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा
उन्होंने कहा कि जिनके पास जिला योजना की धनराशि अवशेष है उन्हें हर हाल में 30 मार्च तक खर्च करें। निर्माणदायी संस्थाओं को कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा, साथ ही उन्होंने कहा कि आचार संहिता से पूर्व जो भी कार्य प्रारंभ किए हैं उनमे गति लाते हुए उन्हें पूर्ण करें। काम समाप्त करने के बाद कार्यदायी संस्थाओ को तुरंत धनराशि का भगुतान करें अवशेष धनराशि यथाशीघ्र समाप्त करना सुनिश्चित करें। बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जो विभाग ए श्रेणी में हैं वह अपनी ए श्रेणी बनाये रखें जो विभाग बी व सी श्रेणी में हैं वह विभाग प्रगति बढ़ाते हुए ए श्रेणी में आने का प्रयास करें। टास्क फोर्स की समीक्षा के दौरान भौतिक सत्यापन में तेजी लाने के निर्देश दिए।
विभागों द्वारा अब तक 4060.44 लाख व्यय किया गया
जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश सिंह नेगी ने बताया कि विभागों द्वारा जिला योजना के अंतर्गत अनुमोदित परिव्यय 4167.00 लाख, के सापेक्ष 4140.34 लाख की धनराशि आहरित कर विभिन्न विभागों द्वारा अब तक 4060.44 लाख व्यय किया गया है, जो 97.44 फीसदी है। राज्य योजना के अंतर्गत 14494.35 लाख के सापेक्ष 12838.37 लाख की धनराशि आहरित करते हुए विभागों द्वारा 11195.41 लाख व्यय किया गया जो, 77.24 प्रतिशत है, इसी तरह केंद्र पोषित योजनाओं के अंतर्गत अनुमोदित परिव्यय 16158.89 लाख के सापेक्ष 16029.05 आहरित कर विभागों द्वारा 15221.30 लाख व्यय किया गया जो 94.20 फीसदी है। बाह्य सहायतित योजनाओं के अंतर्गत परिव्यय 4098.67 लाख के सापेक्ष 4040.75 लाख विभागों द्वारा आहरित कर व्यय किया गया, जो 98.59 फीसदी है।
मौजूद लोग
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, परियोजना निदेशक संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, ईई लोनिवि बागेश्वर राजकुमार, कपकोट संजय पांडे, जल संस्थान डीएस देवड़ी, अपर मुख्य चिकित्सााधिकारी डॉ. हरीश पोखरिया, जिला शिक्षा अधिकारी पदमेंद्र सकलानी, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्या, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल सहित जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।