बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। बागेश्वर में नगरों से लेकर गांवों तक बंदरों का आतंक बना हुआ है। जो लोगों पर हमला भी कर रहे हैं।
बंध्याकरण हेतु भेजा जा रहा रेस्क्यू सेंटर
जिस पर बंदरों द्वारा आम जनमानस को होते नुकसान को देखते हुए वन प्रभाग द्वारा बंदर बंध्याकरण के लिए उच्च स्तर से प्राप्त रोस्टर के अनुसार बंदरों को पकड़ कर उन्हें बंध्याकरण हेतु रेस्क्यू सेंटर भेजा जा रहा है, ताकि बंदरों की बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सके।
दी यह जानकारी
इस संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने बताया कि वर्तमान में विगत तीन माह में बागेश्वर वन क्षेत्र से 268 बंदर तथा कपकोट वन क्षेत्र 135 व धरमघर वन क्षेत्र से 147 बंदरों को पकड़कर कर उनका बंध्याकरण किया गया है। बंध्याकरण की कार्यवाही वर्ममान में भी गतिमान है। बताया कि बंदरों द्वारा घायल किये जाने की स्थिति में उत्तराखण्ड शासन द्वारा निर्गत नियमावली के तहत अनुग्रह व मुआवजा धनराशि दिए जाने का प्राविधान है।