बागेश्वर: राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर आयोजित हुई पत्रकार गोष्ठी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर रखें विचार

बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय में कृत्रिम मेघा ( आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ) के विषय पर पत्रकार गोष्ठी आयोजित हुई।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता

जिसमें पत्रकारों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीकी के साथ ही स्वयं ही स्मार्ट व जागरूक होकर सावधानीपूर्वक उपयोग करने पर बल दिया। इस मौके पर पत्रकारों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा करते हुए कहा कि, आने वाले वर्षों में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जीवन को इतना बदलने जा रहे हैं कि आज की विज्ञान-कल्पना कल की वास्तविकता होगी। पहले इंसानों ने काम करने के लिए लगने वाली शारीरिक मेहनत को कम करने के लिए मशीनें बनाईं। एआई द्वारा अब इन मशीनों को दिमाग दिया जा रहा है और उन्हें स्मार्ट बना रहा हैं। जिससे मेहनत और कम हो जाएगी। एआई का हर उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। स्वचालित परिवहन, बुद्धिमान गेमिंग, उन्नत स्वास्थ्य देखभाल इसके कुछ उदाहरण हैं। अन्य डोमेन की तरह डिजिटल मीडिया और मनोरंजन उद्योग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ तेजी से विकसित हुआ है।

जनहित में हो उपयोग

इस सब के बावजूद, हमें यह भी याद रखना चाहिए कि एआई का उपयोग सावधानीपूर्वक होना चाहिए। इसमें नैतिकता, गोपनीयता, और सामाजिक समस्याओं का समाधान करने की जिम्मेदारी शामिल है। लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि इसका उपयोग जनहित में होना चाहिए।

यह लोग रहें मौजूद

गोष्ठी में जिला सूचना अधिकारी गोविन्द सिंह बिष्ट, पत्रकार लोकपाल कोरंगा, जगदीश उपाध्याय, जगदीशपाण्डे, हरीश नगरकोटी, योगेष नगरकोटी, सुश्मिता थापा, राजकुमार परिहार, रमेष प्रकाष पर्वतीय, हिमांषु गड़िया , दीपक जोषी , ललिता प्रसाद, भाश्कर तिवारी,कनिष्ठ लिपिक रोबिन सिंह आदि मौजूद रहें।