बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज संगठन ने प्रदेश के 2621 पदों पर वर्षवार के माध्यम से नर्सिंग भर्ती जल्द करवाने की मांग पर दो दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। नर्सों ने बांह में काला फीता बांधकर जिला अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया।
ज्ञापन में कहीं यह बात-
ज्ञापन में कहा गया है कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्टाफ नर्सेज के पदों पर भर्ती के लिए 12 दिसंबर 2020 को विज्ञप्ति निकली थी लेकिन भर्ती अब तक नहीं हो सकी है। तीन बार लिखित भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति को निरस्त किया जा चुका है। कहा कि पिछले 10-15 वर्षों से संविदा, उपनल, एनएचएम सहित अन्य आउटसोर्स के माध्यम से स्टाफ नर्स पूरे प्रदेश में दुर्गम, अति दुर्गम, पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेजों में सैवा दे रहे हैं। कई लोग भर्ती का इंतजार करते हुए निर्धारित आयु सीमा भी पार कर चुके हैं। इसके बावजूद सरकार की ओर से पिछले दो साल से भर्ती नहीं कराई गई है। जिसमें कहा गया है कि लगातार शासन से वार्ता के बाद 24 दिसंबर 2021 को प्रदेश सरकार ने नर्सिंग भर्ती को वर्षवार के माध्यम से कराने का प्रस्ताव कैबिनेट में निर्णय लिया था लेकिन सात महीने बीतने के बाद भी इस पर कार्यवाही शुरू नहीं हुई है। सरकार की उपेक्षा से मजबूर होकर कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया है।
आंदोलन की चेतावनी-
इस संबंध में सीएमएस के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिसमें 27 जुलाई को देहरादून में अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।
यह लोग रहें मौजूद-
इस दौरान निधि रावल, नीतू लखेड़ा, दीपा, पूजा, भावना, ममता, देवकी, गीता आदि मौजूद रहे।