लंबित मांगों को लेकर जल संस्थान के अंशकालिक मजूदरों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। न्यूनतम वेतनमान नहीं दिए जाने पर कर्मियों ने कड़ी आपत्ति जताई है। वक्ताओं ने कहा कि उन्हें डेढ़ साल से बढ़ोत्तरी राशि नहीं मिली है। इस कारण वह खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
सरकार ने 2021 में की थी हजार रुपए की बढ़ोतरी
संगठन से जुड़े लोग बुधवार को नुमाईशखेत मैदान में पहुंचे। यहां उन्होंने जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। आज आयोजित हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने सितंबर 2021 में उनके वेतनमान में एक हजार रुपये की बढ़ोत्तरी की थी, लेकिन उन्हें अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है। इसके लिए कई बार ज्ञापन दे दिया है। संगठन न्यूनतम वेतनमान देने की मांग लगातार कर रहा है, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। जो मानदेय उन्हें मिल रहा है वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।
जल्द मानदेय में बढ़ोत्तरी करने की मांग की
उन्होंने जल्द मानदेय में बढ़ोत्तरी करने की मांग की है। इसके अलावा आय-व्यय का हिसाब भी बैठक में रखा गया। इसमें बताया कि संगठन के लिए 45 हजार 385 की राशि जमा हुई और इसके सापेक्ष 43,435 रुपया खर्च हुआ है।
इस अवसर पर मौजूदगण
इस मौके पर संयोजक विशन दत्त भट्ट, सुरेश लोबियाल अध्यक्ष, कुंदन सिंह, नंदकिशोर जोशी, प्रेम सिंह, ललित उपाध्याय आदि मौजूद रहे।