बागेश्वर: बेहरगांव की सिंचित भूमि पर खड़िया खनन को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, 24 फरवरी से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा प्रारंभ

बागेश्वर में बेहरगांव की सिंचित भूमि पर खड़िया खनन का लोग विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को अल्मोड़ा से एक  सर्वे टीम गांव पहुंची। जिस को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।ग्रामीणों ने  जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

गांव के लोग अपनी भूमि खनन के लिए नहीं देना चाहते, बनाया जा रहा है राजनीतिक दबाव

जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि बेहरगांव में खनन को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। दिसंबर में सर्वे को आई टीम को ग्रामीणों ने वापस भेज दिया था। मंगलवार को अल्मोड़ा के कुछ लोग व राजस्व विभाग की टीम को लेकर गांव में पहुंचे। जिसकी ग्रामीणों को सूचना तक नहीं दी गई और  रात के अंधेरे में पूरे गांव में पीलर लगा दिया गया ।  उन्होंने कहा कि गांव के लोग अपनी भूमि खनन के लिए नहीं देना चाहते हैं। बावजूद इसके राजनीतक दबाव बनाया जा रहा है। जिसका वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 24 फरवरी से जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन प्रारंभ किया जाएगा।

शासन के निर्देश पर सर्वे के लिए गई राजस्व टीम -वीके सिंह

इधर, खान अधिकारी वीके सिंह ने कहा कि सर्वेयर, राजस्व विभाग की टीम दिन में गांव में गई थी। शाम साढ़े पांच बजे लौट आई थी। शासन के निर्देश पर सर्वे के लिए गई थी।

यहां उपस्थित रहे

इस मौके पर सज्जन लाल टम्टा, हेमंत कुमार, नाथ लाल टम्टा, ममता देवी, ओम प्रकाश टम्टा, महेश चंद्र आदि उपस्थित थे।