सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा पंहुचे ब्रह्मऋषि डॉ0 स्वामी महेश योगी, हुआ भव्य स्वागत, भारत के चारों दिशाओं में चार योग धाम की स्थापना करना लक्ष्य

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में स्वामी महेश योगी संस्थापक दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष भारत योग एसोसिएशन का आगमन हुआ। जिसमें उनके तत्वावधान में जनपद अल्मोड़ा के अंतर्गत एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें भारत योग एसोसिएशन अल्मोड़ा की जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसका शुभारंभ श्रद्धेय स्वामी जी तथा डॉ महेंद्र मेहरा,प्रधानाचार्य हरिदत्त पेटशाली इंटर कॉलेज, चितई द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

अल्मोड़ा पंहुचे भारत योग एसोसिएशन राष्ट्रीय  अध्यक्ष डॉ. स्वामी महेश योगी

स्वामी महेश योगी ने कहा कि अल्मोड़ा अनेकों सन्त महात्माओं की तपस्थली रही है और योग उन ऋषियों की तपस्या का साधन रहा है। उन्होंने कहा कि भारत योग एसोसिएशन का उद्देश्य ऋषि-मुनियों द्वारा सेवित योग को जन-जन तक पहुँचाकर उनका शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आत्मिक विकास कर भारत को पुनः विश्व गुरु के रूप में विकसित करना है। उन्होंने आगे कहा कि महायोगी रुद्रावतार हनुमान जी की प्रेरणा से उनका लक्ष्य भारत में चार योग धामों की स्थापना कर सम्पूर्ण भारतवर्ष में योग, कला, साहित्य एवं आध्यात्म के क्षेत्र नवाचार स्थापित कर  ऐसी पीढ़ी का सृजन करना है जो भविष्य के भारत की दशा एवं दिशा को एवं नया आयाम प्रदान करेगा।तथा सांस्कृतिक एवं धार्मिक नगरी अल्मोड़ा को उनके उपकेंद्र के रूप में विकसित करना है जो कि भविष्य में योग, आध्यात्म, कला एवं साहित्य के क्षेत्र में पूरे उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेगा।

श्रद्धेय स्वामी की उपस्थिति में अल्मोड़ा जनपद की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें डॉ0 महेंद्र महरा जी को अल्मोड़ा जनपद का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया। तथा उनकी संस्तुति के साथ डॉ लल्लन कुमार सिंह को उपाध्यक्ष, कविता खन्नी को महिला उपाध्यक्ष, दीपक बिष्ट को कोषाध्यक्ष, दीपक रावत को महासचिव, कमलेश पाठक को उपसचिव, अंजली किरन को मीडिया प्रभारी तथा डॉ0 गिरीश सिंह अधिकारी , रजनीश कुमार जोशी, भावेश पाण्डे,बबीता कांडपाल, ललित खोलिया, कु0 भावना,  दीपा जोशी, सूरज बिष्ट, हर्षिता नेगी को सदस्य नियुक्त किया गया। इस मौके पर मुरादाबाद संगठन से योगाचार्य सीताराम, जितेंद्र मिश्रा व अन्य योग साधकों सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

योग धाम की स्थापना के लिए कर रहें कार्य

छह माह से हनुमानजी के सानिध्य में अष्टसिद्धि व रुद्र राज योग की साधना कर रहे स्वामी महेश योगी सम्पूर्ण भारत में श्री हनुमान भक्ति आन्दोलन संचालित कर सनातन धर्म के अभ्युदय तथा योगमय भारत बनाने जैसे उद्देश्यों की की प्राप्ति के लिय साधना रत हैं। जन जन में योग शक्ति की ऊर्जा पुंज को स्थपित करने को अनेकों अभियान चलाया तथा भारत के चारों दिशाओं में चार योग धाम की स्थापना के लिए कार्य कर रहे हैं।

ब्रम्हर्षि स्वामी महेश योगी की जीवन यात्रा

ब्रम्हर्षि स्वामी महेश योगी जो राष्ट्रीय भारत योग एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वहीं दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट- अयोध्या उ.प्र के संस्थापक/अध्यक्ष है।‌ (जो दिव्यांग बच्चों, गरीब, असहाय, अनाथ, राष्ट्र सेवा, सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पित संस्था है) जिन्होंने एम.ए. (योग, चित्रकला, संस्कृत, हिंदी, प्राचीन इतिहास, शिक्षाशास्त्र, दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र) व एमफिल, पीएच.डी. की है। जो योग विभाग मेवाड़ विश्वविद्यालय चित्तौड़‌गढ़ राजस्थान‌ के प्रोफेसर/निदेशक रहें।

विशिष्ट सम्मान से सम्मानित

स्वामी महेश योगी के सम्मान में उनके पैतृक गांव का नाम बदलकर (महेश योगी नगर) का होना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सार्थक पहल साथ ही महेश योगी तोरण द्वार महेश योगी पथ आदि का निर्माण व मेवाड़ विश्वविद्यालय चित्तौड़गढ़ राजस्थान में स्वामी महेश योगी एक्सीलेंसी स्कूल ऑफ योग की स्थापना, चित्तौड़गढ़ राजस्थान में (स्वामी महेश योगी योग म्यूजियम) की स्थापना, संस्थान के 13 दिव्यांग बच्चों को विश्व रिकॉर्ड में अंकित कराने के साथ ही दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट भारत की पहली संस्था है जिसने 111 विश्व रिकॉर्ड दर्ज कर यराधी भारत का गौरव बढ़ाने का कार्य किया है।भारत गौरव सम्मान, श्री धनवंतरी सम्मान, राष्ट्रीय योग रत्न, कला रत्न, साहित्य भूषण, कला शिक्षक श्री, पूर्वांचल गौरव, साहित्य गौरव, अयोध्या गौरव आदि अनेकों राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मान से विभूषित हुए हैं।

योग में विश्व रिकॉर्ड

जिसमें अनवरत 76 घंटे तक योग मैराथन करने का विश्व रिकॉर्ड, अनवरत 51 घंटे कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, 1 मिनट में 21 बार सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड, एक घंटा 15 मिनट शीर्षासन में कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, पावन सलिला सरयू में दुनिया में सबसे अधिक (2378) बार लगातार डुबकियां लगाने का विश्व रिकॉर्ड है। भारत के सबसे अधिक गौरवशाली व्यकित्व एवं महापुरुषों का (पोट्रेट) व्यक्ति चित्र बनाने का विश्व रिकॉर्ड है।‌ योग, कला व विभिन्न सामाजिक संदर्भ में अब तक 32 पुस्तकों का लेखन। दुनिया की सबसे बड़ी बायोग्राफी दिव्य भारत गौरव ग्रंथ का लेखन कार्य जिसमें भारत के 142 गौरवशाली व्यक्तित्व की जीवन गाथा सम्मिलित है। चित्रकला के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी व्यक्ति चित्र श्रृंखला बनाने का विश्व रिकॉर्ड, अब तक 11000 चित्रों का सृजन करने का रिकॉर्ड तथा दिव्य भारत गौरव ग्रंथ एवं भारत ऋषि ज्ञान एनसाइक्लोपीडिया के लेखन कार्य जैसे अनेकों विशिष्ठ कीर्तिमान महेश योगी के नाम पर दर्ज हैं।