रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नई दिल्ली में संगठन के 63वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में बीआरओ के सभी रैंकों को संबोधित किया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने बुनियादी ढांचे का विकास करने का आह्वान करते हुए कहा कि बदलते समय के साथ सीमा क्षेत्र का विकास करना हमारी रक्षा रणनीति का हिस्सा है।
सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास देश के सुरक्षा तंत्र को करेगा मजबूत
रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करेगा और साथ ही दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग जितने अधिक सशक्त होंगे, वे उन क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर उतने ही अधिक जागरूक और चिंतित होंगे। इसलिए बदलते समय के साथ हम अपने सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। देश की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे काम करने वालों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी उपस्थित थे।
टोडापुर में बीआरओ कर्मियों के लिए आवास परिसर की रखी आधारशिला
महानिदेशक सीमा सड़क (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने बीआरओ कर्मियों को नए जोश और समर्पण के साथ उत्कृष्टता के पथ पर जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने उन्हें कुछ महत्वपूर्ण सुरंग और हवाई क्षेत्र निर्माण परियोजनाओं को जल्द ही समाप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने दिल्ली में तैनात बीआरओ कर्मियों के लिए टोडापुर में आवास परिसर की आधारशिला भी रखी, जहां 323 क्वार्टर होंगे। राजनाथ सिंह ने भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान (बीआईएसएजी-एन) द्वारा विकसित दो सॉफ्टवेयरों- बीआरओ संसाधन प्रबंधन प्रणाली और बीआरओ बजट प्रबंधन प्रणाली भी लॉन्च की। यह सॉफ्टवेयर संसाधनों के वितरण और उपयोग के साथ-साथ बीआरओ के बजट को स्वचालित करेंगे।