चम्पावत: एसटीएफ उत्तराखण्ड व वन विभाग की बड़ी कार्यवाही टाइगर की खाल व हड्डी के साथ 04 शातिर वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार

चंपावत जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। एसटीएफ और वन विभाग की संयुक्त टीम ने बाघ की खाल और हड्डियों सहित पहेनीया टोल पर चार शातिर शिकारी दबोच लिए। बरामद खाल उत्तराखंड की सबसे बड़ी खाल बताई जा रही है। उत्तराखण्ड राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए चलाये जा रहे अभियानों में से एक महत्वपूर्ण, राज्य में बढ़ते वन्य जीव अंगो की अवैध तस्करी में लिप्त तस्करों की अवैध गतिविधियों की रोकथाम व धरपकड़ हेतु एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा अपनी टीमों को निर्देशित किया गया था।

उत्तराखण्ड में अब तक की सबसे बड़ी टाइगर खाल एसटीएफ द्वारा बरामद

इसी क्रम में सीओ एसटीएफ सुमित पाण्डे के नेतृत्व में उत्तराखण्ड एसटीएफ, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की एसओजी की संयुक्त टीम ने शनिवार देर रात्रि खटीमा क्षेत्र में कार्यवाही करते हुए 04 शातिर वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 01 बाघ की खाल व करीब 15 किग्रा बाघ की हड्डी बरामद की है। गिरफ्तार चारों तस्कर जनपद पिथौरागढ़ स्थित धारचूला के रहने वाले हैं और लम्बे समय से वन्यजीव अंगो की तस्करी में लिप्त थे।

आरोपी बेचने के लिए ला रहे थे बाघ की खाल

एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली कि चार शातिर तस्कर एक सफेद रंग की बोलेरो जीप संख्या uk 05ta2815 से खटीमा की तरफ आ रहे हैं जिसपर संयुक्त टीम द्वारा घेराबन्दी कर उन्हें खटीमा पहेनिया टोल प्लाजा के पास रोक लिया गया। तलाशी लेने पर वाहन के अन्दर से टाइगर की खाल व भारी मात्रा में हड्डियाँ बरामद हुई। गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उक्त बाघ की खाल व हड्डी को वे काशीपुर निवासी एक व्यक्ति से लाये थे और जिसे बेचने के लिए खटीमा ला रहे थे।

वन्यजीव जंतु संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत

पकड़े गये तस्करों के विरुद्ध तराई पूर्वी वन प्रभाग की खटीमा रेंज में वन्यजीव जंतु संरक्षण अधिनियम मुकदमा पंजीकृत कराया गया। अभियुक्तों से तस्करी के सम्बन्ध में एसटीएफ द्वारा विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं। एसटीएफ की इस कार्यवाही में आरक्षी महेन्द्र गिरि व किशोर कुमार की विशेष भूमिका रही। बताया जा रहा है की यह अब तक की सबसे बड़ी टाइगर स्किन है जिसकी लम्बाई करीब 11 फिट है। इतने बड़े बाघ का शिकार कहाँ और कब किया गया इसकी पूरी जानकारी एसटीएफ द्वारा जुटायी जा रही है, शीघ्र ही आगे और गिरफ्तारियाँ की जायेंगी।

मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू की

गिरफ्तार अभियुक्त कृष्ण कुमार पुत्र वीर राम निवासी ग्राम बगीचा,गजेंद्र सिंह पुत्र भगत सिंह निवासी गोठी कालिका,संजय कुमार पुत्र नंदन राम निवासी गोठी कालिका,हरीश कुमार पुत्र शेर राम निवासी गोठी कालिका थाना धारचूला जिला पिथौरागढ़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

गिरफ्तार करने वाली टीम में मौजूद रहे

एसटीएफ कुमायूँ यूनिट निरीक्षक एम पी सिंह , एस आई केजी मठपाल, बृजभूषण गुरुरानी,मुख्य आरक्षी महेंद्र गिरी, किशोर कुमार, दुर्गा सिंह पापड़ा गुरवंत सिंह, संजय कुमार एवम वन विभाग की तराई पूर्वी वन प्रभाग, हल्द्वानी टीम में कैलाश चंद्र तिवारी डिप्टी रेंजर ,प्रमोद सिंह डिप्टी रेंजर, पान सिंह मेहता वन दरोगा, निर्मल रावत वन दरोगा, उत्तम सिंह राना वन दरोगा, जीत प्रकाश वन आरक्षी मौजूद रहे।