चंपावत जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। मां बाराही धाम देवीधुरा में पौराणिक बग्वाल मेला शुरू हो गया है। ब्लॉक प्रमुख सुमनलता की मौजूदगी में 15 दिनी मेले का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने रिबन काट कर किया।मेला 10 सितंबर तक चलेगा। उन्होंने इस धार्मिक मेले को लोक आस्था और विरासत का अद्भुत समागम बताया। स्कूली बच्चों और महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने देवीधुरा स्टेशन बाजार होते हुए मंदिर परिसर तक छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी।
आकर्षण फूल और फलों से होने वाली बग्वाल रक्षाबंधन के दिन 31 अगस्त को खेली जाएगी
मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट और वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि राजकीय मेले का दर्जा मिलने के बाद मेले को और भव्य रूप दिया गया है। श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं देने के लिए समिति प्रयास कर रही है। बग्वाल मेले के लिए मां बाराही धाम मंदिर को फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। मेले का मुख्य आकर्षण फूल और फलों से होने वाली बग्वाल रक्षाबंधन के दिन 31 अगस्त को खेली जाएगी। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी बगवाल में मुख्य अतिथि होंगे।
पिथौरागढ़ की टीम के छोलिया नर्तकों ने ढोल दमाऊ की थाप पर दी शानदार प्रस्तुति
संस्कृत महाविद्यालय के आचार्यों के निर्देशन में छात्र-छात्राओं ने वेद मंत्रोच्चार कर स्तुति की गई। इससे पूर्व जय भूमसेन थारू उत्थान समिति बनबसा और भीमराम एंड पार्टी पिथौरागढ़ की टीम के छोलिया नर्तकों ने ढोल दमाऊ की थाप पर शानदार प्रस्तुति दी। मंदिर में श्रद्धालुओं ने मां बाराही के दरबार में शीश नवाजा। श्रद्धालुओं ने मां बाराही, हनुमान मंदिर, मुचकुंद ऋषि आश्रम और भीम शिला के दर्शन किए। इससे पूर्व मंदिर समिति के हयात सिंह बिष्ट ने अतिथियों का स्वागत किया।
मौजूद रहे
जिला पंचायत उपाध्यक्ष ललित मोहन कुंवर, जिला पंचायत सदस्य सीमा विश्वकर्मा, रोशन लमगड़िया, दिनेश कुंजवाल, विनोद गड़कोटी, सतीश पांडे, दीपक चम्याल, राजेश बिष्ट, मदन बोरा, ईश्वर सिंह बिष्ट, लक्ष्मी दत्त जोशी, प्रकाश महरा, मोहन सिंघवाल, जगदीश सिंघवाल, गिरीश सिंघवाल, दिनेश चम्याल, राजू बिष्ट, अमित लमगडि़या, दीपक बिष्ट, एसडीएम रिंकू बिष्ट, सीओ वीएस कुटियाल, जिला पंचायत के एएमए भगवत पाटनी, बीडीओ सुभाष लोहनी आदि।
सांगी पूजन के साथ धार्मिक अनुष्ठान भी शुरू
बग्वाल के शुभारंभ से पूर्व रविवार सुबह मां बाराही देवी मंदिर में सांगी पूजन के धार्मिक अनुष्ठान भी शुरू हो गए। पीठाचार्य पं. कीर्ति बल्लभ जोशी ने मंत्रोच्चार कर सांगी पूजन शुरू कराया। पूजन में लमगड़िया खाम के वीरेंद्र सिंह लमगड़िया, गहड़वाल खाम के त्रिलोक सिंह बिष्ट, विमल बिष्ट, कोट भैसर्ख के भूपाल सिंह, चम्याल खाम के गंगा सिंह, वालिक खाम के बद्री सिंह, दीवान सिंह, गुरना से महादेव पुजारी, महेश चंद्र और टकना से जगदीश चंद्र, गोकुल चंद्र, भुवन चंद्र जोशी मौजूद रहे।
मेले में विभिन्न प्रकार के लगे विभागीय स्टॉल
बग्वाल मेले में विभिन्न विभागों ने स्टॉल लगाए हैं। उरेडा, बैंक, एसबीआई आरसेटी, कृषि, भेषज, सहकारिता, समाज कल्याण और ग्राम्य विकास विभाग ने स्टॉल के जरिए सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। ईष्ट देवता रिखोली, मां गायत्री गोशनी, जय ईष्ट देव गोशनी, दीनदयाल एसएचजी ढरौज की सिमरन रावत, मुन्नी बोहरा, प्रतिभा वर्मा, खुशबू बिष्ट ने कई स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। लीड बैंक प्रबंधक एएस ग्वाल, एसबीआई चंपावत शाखा के मुख्य प्रबंधक ऋषि चरण ने बैंक की योजनाओं और स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण की जानकारी दी।
यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने यातायात की बनाई कार्ययोजना
बगवाल मेले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने यातायात की कार्ययोजना बनाई है। रविवार को इस कार्ययोजना की जानकारी देने के साथ सीओ वीएस कुटियाल और पाटी के एसओ देवनाथ गोस्वामी के नेतृत्व में पुलिस बल ने गश्त भी की।
👉 देवीधुरा के मुख्य तिराहे से बाजार क्षेत्र होते हुए कोई भी वाहन मंदिर परिसर की ओर नहीं जाएगा।
👉 अति आवश्यक सेवा और विशिष्ट अतिथियों के वाहन परिक्रमा से आवागमन करेंगे। विशिष्ट अतिथियों के वाहन महाविद्यालय के मैदान में पार्क किए जाएंगे।
👉पाटी-लोहाघाट सड़क से मेले में आने वाले वाहनों की पार्किंग पुलिस चौकी के सामने वाली जगह पर की जाएगी। दोपहिया वाहनों की पार्किंग डिग्री कालेज रोड पर की जाएगी।
👉हल्द्वानी से आने वाले वाहनों को हल्द्वानी मार्ग पर बने पार्किंग स्थल एक में और सवारी वाहन यात्रियों को पार्किंग एक में उतारकर ढोलीगांव रोड तिराहे मोड़ पर वाहन पार्क करेंगे।
👉इस रूट पर दोपहिया वाहनों की पार्किंग हल्द्वानी मार्ग पर मेहरा होटल के पास होगी जबकि हल्द्वानी मार्ग से आने वाले अतिथियों को भी परिक्रमा मार्ग से मंदिर परिसर में छोड़कर वाहनों को संस्कृत महाविद्यालय में बनी पार्किंग में पार्क किया जाएगा।