अल्मोड़ा जिले के भ्रमण पर पंहुचे सीएम पुष्कर सिंह धामी, हुआ भव्य स्वागत, जनसरोकारों से संबंधित दिया सुझाव पत्र

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शनिवार 22 मार्च को अल्मोड़ा जिले के भ्रमण पर पंहुचे।

सीएम का किया जोरदार स्वागत

इस मौके पर हेमवतीनन्दन बहुगुणा स्टेडियम‌ अल्मोड़ा में सीएम का भव्य स्वागत किया गया। साथ ही भाजपा कार्यकर्ता त्रिलोचन जोशी ने अल्मोड़ा सहित पर्वतीय जनमानस की वर्तमान समस्याओं के समाधान हेतु सुझाव पत्र दिया। जिसमे कहा कि आपकी विकास के प्रति एक अडिग सोच से देवभूमि उत्तराखण्ड राज्य देश में एक नयी पहचान का पर्याय बन गया हैं। जिस प्रकार से धार्मिक आस्था की चारधाम यात्रा में हर वर्ष धार्मिक पर्यटकों का बढ़ता आंकडा नये रिकार्ड बना रहा हैं। तो वहीं राज्य के कुमाऊँ क्षेत्र के धार्मिक पर्यटक स्थल भी नये रिकार्ड बना रहे हैं । आपके कुशल प्रशासक छवि से आम जनता की छोटी-बड़ी समस्याओं का भी यथासमय समाधान हो रहा हैं। आपकी राज्य के विकास के प्रति सोच जनता के बीच में नया विश्वास का संचार पॆदा कर रही हैं। आम जनता से राज्य के उतरोत्तर विकास के लिए सोच एंव सुझाव माँगकर उनको क्रियान्वयन के दिशा में पहल करना एक सुखद भविष्य का महत्वपूर्ण आगाज हैं। भारतीय जनता पार्टी का एक आम कार्यकर्ता होने एंव समाज के बीच में एक जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण मेरे मन में भी क्षेत्र के विकास के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव हैं।

दिए यह सुझाव

अल्मोड़ा- नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग “क्वारब” पर जल्द हो निर्माण कार्य

अल्मोड़ा- नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग “क्वारब” नामक स्थान पर विगत छः माह से डेंजर जोन बना हुआ हैं। बड़े भारी भूस्खलन से पहाड़ी लगातार कमजोर हो चुकी हैं। भूस्खलन से समय-समय पर राष्ट्रीय राजमार्ग बन्द होने से पहाड़ की आर्थिकी पर बड़ा प्रभाव पड़ रहा हैं। क्वारब भूस्खलन से जन पलायन, व्यापार के साथ  पर्यटन व्यवसाय बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहा हैं। आपसे विशेष आग्रह हैं। कि क्वारब भूस्खलन के स्थाई समाधान हेतु किसी एक विभाग को समयबद्व जिम्मेदारी देकर यथाशीघ्र डेंजर जोन क्षेत्र एंव प्रभावित सड़क मार्ग का निर्माण प्रारम्भ किया जाय। ताकि अल्मोड़ा-बागेश्वर की जनता को बड़ी राहत मिल सकें।

कैंची धाम में बायपास सड़क का निर्माण

विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में बढ़ती जा रही धार्मिक पर्यटकों की संख्या एंव पर्यटकों के वाहनों के कारण आये दिन अल्मोड़ा-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग में घंटों जाम से अल्मोड़ा-बागेश्वर की जनता बड़े पेमाने से प्रभावित हो रही हैं। आये दिन पहाड़ के मरीज को हायर सेन्टर ले जाने वाली एम्बुलेंस वाहन भी घंटों सड़क जाम में फँस रही हैं। साथ ही साथ अल्मोड़ा- बागेश्वर की जनता का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम से चलने वाली यात्री ट्रेनों में यात्रा के लिए समय पर यात्री नहीं पँहुचने से आर्थिक सहित समय का भी आयेदिन नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। जिस पर आग्रह किया हैं। कि कैंची धाम में बायपास सड़क का निर्माण युद्व स्तर कराकर आगामी ग्रीष्मकाल पर्यटन में राज्य की जनता सहित अतिथि पर्यटकों को बड़ी राहत  मिल सकेगी।

इन मन्दिरों को रोपवे मार्ग से जोड़ने का प्रयास

अल्मोड़ा महानगर क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को हर माह पर्यटकों की संख्या को बढा़ने एंव नवसृजित नगर निगम क्षेत्र को एक विशिष्ट पहचान देने के लिए मल्ला महल या अन्य स्थान से कसारदेवी, स्याहीदेवी एंव बानडी़देवी मंदिर को रोपवे मार्ग से जोड़ने का प्रयास करके पर्यटकों सहित नगर में नये विकास का अध्याय आरम्भ हो सकता हैं।

बंदरों के आतंक से निजात हेतु बड़ी कार्ययोजना बनें

अल्मोड़ा महानगर सहित समूचे पर्वतीय क्षेत्र में कटखने बंदरों की बढ़ती जा रही समस्या से आम जनता सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। जिस कारण इनके काटने से प्रतिदिन महिलायें, बुर्जुग सहित बच्चे अकारण चोटिल भी हो रहे हैं । वहीं हर मोहल्ला, व्यापारी सहित छात्रों एंव महिलायें इनके आतंक से खॊफजादा हैं। इस बड़ी जन समस्या के निदान के लिए युद्व स्तर पर बध्याकरण शिविर लगाकर वन विभाग से इनके आतंक पर रोकथाम के लिए बड़ी कार्ययोजना बनाकर जनता को राहत दी जाए।

दीर्घकालीन नीति बनाकर ग्रामीण परिवेश का संरक्षण किया जाना बेहद आवश्यक

उत्तराखण्ड के ग्रामीण परिवेशों में जंगली जानवरों एंव हिंसक जानवरों के बढ़ते प्रभाव से पशुपालन एंव कृषि के क्षेत्र में भारी कमी आ रही हैं। जिस कारण ग्रामीण मजबूरन पलायन को अंगीकृत करते हुए मैदानी क्षेत्र को जा रहे हैं । इस हेतु एक दीर्घकालीन नीति बनाकर ग्रामीण परिवेश का संरक्षण किया जाना बेहद आवश्यक हैं। इसी क्रम में सियार प्रजाति का संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण हैं। अतः विलुप्त हो चुके जंगली सियारों को पुनः जंगल में प्रतिस्थापित करते हुये वैज्ञानिक प्रजनन हेतु टीम गठित की जाय। ताकि , भविष्य में राज्य के भीतर बढ़ता जा रहा मानव-जीव संघर्ष को भी काफी हद तक रोका जा सकता हैं।

की यह अपील

इन महत्वपूर्ण एंव आम जनमानस के सरोकारों से जुड़े पाँच सूत्रीय बिन्दुओं पर सीएम से विशेषरूप से संज्ञान लेने की अपील की। ताकि, अल्मोड़ा का ही नहीं उत्तराखण्ड राज्य में एक नये विकास को आपके कुशल नेतृत्व में मूर्तरूप प्रदान कर सकें।