प्रधानमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के दो सपूतों के साहस के सम्मान के लिए प्रत्येक वर्ष 26 दिसंबर को वीर बालक दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह गुरू गोबिंद सिंह के सपूतों की वीरता और न्याय के लिए उनकी प्रतीक्षा को उचित श्रद्धांजलि होगी।
गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर यह घोषणा की
श्री मोदी ने आज गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर यह घोषणा करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस उसी दिन मनाया जाएगा, जिस दिन साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह दीवार में जिंदा चुनवाए जाने के बाद शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने धर्म के महान सिद्धांतों को छोडने की बजाय, मौत को गले लगाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरू गोबिंद सिंह जी की मां माता गुजरी और उनके साहिबजादों की बहादुरी और आदर्श लाखों लोगों को शक्ति प्रदान करते हैं। श्री मोदी ने कहा कि इन्होंने अन्याय के सामने कभी सिर नहीं झुकाया और उन्होंने ऐसी दुनिया की कल्पना की थी जो समावेशी तथा सामंजस्यपूर्ण हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समय की मांग है कि अधिक से अधिक लोग इनके बारे में जानें।