आज 29 दिसंबर 2024 है। आज 29 दिसंबर को कुप्पली में विश्वमानव दिवस मनाया जाता है। यह दिन कवि कुवेम्पु की जयंती के रूप में मनाया जाता है।
कन्नड़ साहित्य और संपूर्ण भारतीय साहित्य का सबसे महान कवि
कुप्पल्ली वेंकटप्पा पुट्टप्पा (1904-1994), जिन्हें कुवेम्पु के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय कवि, नाटककार, उपन्यासकार, आलोचक, और विचारक थे। उन्हें व्यापक रूप से 20वीं सदी के कन्नड़ साहित्य और संपूर्ण भारतीय साहित्य का सबसे महान कवि माना जाता है। वह अपने समय के बेहद लोकप्रिय नाटककार, उपन्यासकार और आलोचक थे। उनका जन्म 29 दिसंबर 1904 को चिकमंगलूर के कोप्पा में एक साधारण कन्नड़ भाषी वोक्कालिगा परिवार में हुआ था
29 दिसंबर को हुआ था जन्म
वह 1956 से 1960 में अपनी सेवानिवृत्ति तक मैसूर विश्वविद्यालय के कुलपति रहे। उन्हें राष्ट्रकवि (राष्ट्रीय कवि),भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण और उनके योगदान के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 1958 में उन्होंने राष्ट्रकवि और 1992 में कर्नाटक रत्न से सम्मानित किया गया था। खास बात ये है कि राज्य में राष्ट्रकवि के तौर पर सम्मानित होने वाले वे एम गोविंदा पई के बाद दूसरे कवि थे। 1994 में 89 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।