धौलछीना से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां ग्रामीण महिलाओं ने अपनी हौसलों की बदौलत चार दिन की मेहनत के बाद खुद खेतों तक पानी पहुंचाया है।
महिलाओं ने खुद ठीक गया ध्वस्त गुल-
दरअसल आपदा के दौरान विकासखंड भैंसियाछाना के रीठागाड़ क्षेत्र के मंगलता गांव के लिए जैगन नदी से बनाई गई सिंचाई गूल का तटबंध बह गया था। जिस पर कई बार जनप्रतिनिधियों के सामने गुहार लगाई गई। इसके बावजूद भी सिंचाई गूल का तटबंध नहीं बनने के बाद ग्रामीण महिलाओं ने स्वयं तटबंध ठीक करने की ठानी। तटबंध बनाने में हेमा भट्ट, माया देवी, जानकी बाणी, बसंती बाणी, चंपा देवी, सुमन बाणी, लीला देवी, रेवती भट्ट, दीपा भट्ट, गंगा भट्ट , कमला , कविता, हरूली देवी, जानकी देवी आदि महिलाएं जुटी हैं।
ग्रामीणों के सामने खड़ा हुआ संकट-
मंगलता निवासी महेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि वर्षों पूर्व बनाई गई लगभग एक किमी लंबी इस सिंचाई गूल से लगभग 90 परिवारों के कई हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होती है। पिछले कई वर्षों से देखरेख और मरम्मत नहीं होने से गूल कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे ग्रामीणों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया हैं।