क्या आप जानते हैं, कौन था आजाद भारत का पहला वोटर, जिसने दिया था सबसे पहला वोट

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। 2024 का साल है। जिसमें लोकसभा के चुनाव होने वाले है‌। देश की सरकार के चुनाव के लिए वोटिंग की जाती है। आज हम इससे संबंधित जानकारी आपको बताने जा रहे हैं। क्या कभी आपने सोचा है कि जब देश आजाद हुआ था तब सबसे पहले किसने वोट दिया था। क्या आप जानते हैं देश का पहला वोटर कौन था?

जानें कैसे बनें आजाद भारत के पहले मतदाता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में पहला वोट श्याम सरन नेगी ने दिया था। इसके साथ ही वह आजाद भारत के पहले वोटर बने थे। उन्होंने 25 अक्टूबर 1951 को पहली बार मतदान किया था। देश में फरवरी 1952 में पहला लोकसभा चुनाव हुआ था, लेकिन किन्नौर में भारी बर्फबारी के कारण पांच महीने पहले सितंबर 1951 में ही चुनाव हो गए थे। श्याम सरन नेगी किन्नौर के मूरंग स्कूल में अध्यापक थे और चुनाव में उनकी ड्यूटी लगी थी। तब उन्होंने सुबह वोट डालकर ड्यूटी पर जाने की अनुमति मांगी‌। जिसके बाद वह सुबह- सुबह मतदान स्थल पहुंचे और 6:15 बजे मतदान ड्यूटी पार्टी पहुंची। श्याम सरन नेगी के निवेदन पर उन्हें वोट देने की अनुमति मिली और इस तरह वे आजाद भारत के पहले मतदाता बन गए।

अपने जीवनकाल में दिया था 33 बार वोट

रिपोर्ट्स के मुताबिक श्याम सरन नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 को कल्पा में हुआ था। कल्पा जनजातीय जिले का हिस्सा है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर निवासी श्याम सरन नेगी 106 साल की उम्र में श्याम सरन नेगी का निधन 5 नवंबर 2022 के दिन हुआ था। उन्होंने अपनी मृत्यु के दो दिन पहले 2 नवंबर 2022 के दिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए आखिरी मतदान डाक मतपत्र के जरिये अपने घर से किया था। स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता के तौर पर मशहूर श्याम सरन नेगी को भारतीय लोकतंत्र का लीविंग लीजेंड भी कहा जाता था‌। अपने सुदीर्घ जीवन में उन्होंने 33 बार वोट दिया।