आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। आज हम शकरकंद के फायदे आपको बताएंगे।
शकरकंद में मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए और विटामिन सी काफी होता है। शकरकंद आलू से बहुत ज्यादा पौष्टिक होती हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, इसलिए डायबिटीज में भी इसे खा सकते हैं। शकरकंद में विटामिन ए और बीटी कैरोटीन भरपूर पाया जाता है। इससे आंखे स्वस्थ रहती हैं। फाइबर से भरपूर शकरकंद खाने से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। आइए जानते हैं शकरकंद खाने से क्या फायदे मिलते हैं।
डायबिटीज़ में फायदेमंद-
डायबिटीज रोगियों के लिए शकरकंद खाना फायदेमंद होता है। शकरकंद में मौजूद यौगिक रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए आप शकरकंद को उबालकर खा सकते हैं। लेकिन अगर आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही शकरकंद का सेवन करना चाहिए।
आंखों के लिए फायदेमंद-
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए शकरकंद का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। शकरकंद में बड़ी मात्रा में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए पाया जाता है। ये पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखते हैं और नेत्र रोग के जोखिम को कम करते हैं। शकरकंद इम्यूनिटी बढ़ाता है।
वजन कम करने में मददगार-
शकरकंद मे फाइबर होता है, जो वेट लॉस में सहायक होता है। शकरकंद वसा कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। शकरकंद आपके शरीर में सूजन कम करता है। एक कटोरी भुना हुआ शकरकंद खाने से आपको भूख कम लगती है, जिससे धीरे-धीरे वजन कम होने में मदद मिलती है।
कैंसर के जोखिम को कम करे-
शकरकंद कैंसर के जोखिम को काफी हद तक कम करता है। शकरकंद में मौजूद कैरोटीनॉयड कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। इसके अलावा शकरकंद एंथोसायनिन नामक एक अन्य प्राकृतिक यौगिक में उच्च होता है, जो कोलोरेक्टल कैंसर होने की संभावना को कम कर सकता है। लेकिन अगर आप कैंसर रोगी हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें। शकरकंद को डाइट में शामिल करके कैंसर का जोखिम कम होता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी-
हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आपको शकरकंद को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। यह हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम करता है।
ब्रोंकाइटिस के इलाज में फायदेमंद-
मीठे आलू में मौजूद विटामिन सी, आयरन और अन्य पोषक तत्व ब्रोंकाइटिस के इलाज में मदद करते हैं। माना जाता है कि मीठा आलू शरीर को गर्म करने में सक्षम होता है। संभवतः यह अपनी मिठास और अन्य पोषक तत्वों के कारण शरीर के तापमान को प्रभावित करता है। मीठा आलू ब्रोन्काइटिस से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है साथ ही फेफड़े में जमा कफ को निकालने में मदद करता है।