हल्द्वानी से जुड़ी खबर सामने आई है। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के संरक्षक हुकम सिंह कुंवर ने जानकारी देते हुए कहा कि उनको आज की बैठक की कोई जानकारी नहीं है।
बैठक पूरी तरह से अवैध- कुंवर
आज की बैठक पूरी तरह अवैध है। उन्होंने कहा कि 6 फरवरी 2024 की बैठक में संरक्षक को एक तरफा पद मुक्त करने का निर्णय भी अवैध था। उप निम्बंधक कार्यालय में पूरा मामला विचाराधीन है। मंच द्वारा अभी तक मेरे पत्रों व नोटिस का जवाब नही दिया गया है। अगर कानून के खिलाफ कोई भी निर्णय लिया जाता है तो सक्षम न्यायलय में वाद दायर किया जायेगा।
मंच का मैदान एक पार्क, नहीं चलाई जा सकती व्यवसायिक गति विधि
हुकम सिंह कुंवर ने कहा है मंच किसी की जागीर नहीं है यह आम पर्वतीय की धरोहर है। मंच को एक संगठित गिरोह की तरह नहीं चलाया जा सकता है। 1982 में छात्र संघ के उपाध्यक्ष रहते उन्होंने अपने 122 साथियों के साथ जेल गए थे। मंच परिसर की शिलापट में सभी के नाम अंकित है। पारदर्शिता की बात करने पर एक तरफा पद मुक्त जैसी कार्यवाही के खिलाफ पूरी मजबूती से लड़ा जाएगा। पर्वतीय समाज को लंबे समय तक नहीं बरगलाया जा सकता है। मंच की भूमि का मामला मां उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। मंच का मैदान एक पार्क है। इस पर व्यवसायिक गति विधि नही चलाई जा सकती हैं। कुंवर ने कहा वह मंच के विरोधी नही हैं पर कुछ लोगों के कार्यप्रणाली का वह विरोध करते हैं। कहा कि मुझे पद की कोई चाहत नहीं है, पर जो लोग पदों से चिपके रहना चाहते हैं इनका क्या स्वार्थ है।
पर्वतीय समाज को दिए गए वचन के लिए कृत संकल्प
कुंवर ने कहा कि आम सभा बुलाकर सर्व सम्मति से निर्णय लिया जाना चाहिए। आम चुनाव कराकर मंच को आम पर्वत जन को सौंपना होगा।
वर्तमान कार्यकारणी पूरी तरह अवैध है। इनका चुनाव किसने किया। पिछली कार्यकारणी के सामूहिक त्याग पत्र किसके दवाब में लिए गए थे,इसका खुलासा होना चाहिए। हल्द्वानी,पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच के संरक्षक हुकम सिंह कुंवर ने बताया पर्वतीय समाज की एक आम सभा बुलाने पर विचार किया जा रहा है। आज कुंवर ने मंच को विगत 42 साल से समर्थन दे रहे व्यक्तियों व 1982 में मंच के लिए जेल गए लोगों से इस संबंध में व्यक्तिगत संपर्क किया।
इन लोगों से किया संपर्क
कुंवर ने डॉक्टर महेंद्र सिंह पाल,हरीश मेहता, किरन पांडे,भुवन जोशी,प्रकाश बोरा,दीवान सिंह मटियाली, पुरन सिंह रौतेला,राजेंद्र सिंह चुपाल,प्रेम सिंह अधिकारी,भुवन तिवारी,डॉक्टर केदार पलड़िया,जगमोहन सिंह चिलवाल,हरेंद्र सिंह बोरा,भुवन भाकुनी,दीवान सिंह बिष्ट,राम सिंह बसेड़ा,सुरेश तिवारी, बृजमोहन सिजवाली,हेमंत सिंह बगड़वाल,विजय सिंह सिजवाली,मनोज शर्मा,भुवन दर्मवाल,रमेश जोशी,सहित कई लोगों से संपर्क किया।