आज हम दूब घास के फायदों के बारे में आपको बताएंगे। दूब में मौजूद औषधीय गुण कई बीमारियों से बचाव करने और उनके लक्षणों को कम कर सकते हैं। दूब घास के नियमित इस्तेमाल करने पर शरीर को कई लाभ हो सकते हैं।
आइए जानें-
दस्त से राहत
दस्त से परेशान लोगों के लिए दूब घास के लाभ हो सकते हैं। इस संबंध में प्रकशित एक वैज्ञानिक अध्ययन में दिया हुआ है कि दूब घास के सभी भागों में एंटी-डायरियल गतिविधि होती है। इससे दस्त को होने से रोका जा सकता है। साथ ही यह घास दस्त की स्थिति में सुधार करने का भी काम कर सकता है।
मधुमेह के लिए
मधुमेह की स्थिति में सुधार करने के लिए दूब घास का उपयोग कर सकते हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (एनसीबीआई) की वेबसाइट पर पब्लिश रिसर्च की मानें, तो दूब घास के पानी वाले अर्क में हाइपोग्लाइसेमिक और एंटीडायबिटिक प्रभाव होते हैं। ये प्रभाव ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम कर सकते हैं, जिससे मधुमेह की समस्या में सुधार हो सकता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए
दूब घास के फायदे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में भी हो सकते हैं। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, दूब घास के अर्क में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव होता है। यह प्रभाव इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है। दरअसल, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव इम्यूनिटी को शरीर की जरूरत के हिसाब से घटाता व बढ़ाता है। इसके चलते जिस बीमारी में जितनी इम्यूनिटी की जरूरत होती है, उतना ही कार्य प्रतिरक्षा प्रणाली करती है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) होने पर महिलाओं में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन का स्तर बढ़ने लगता है। इससे महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म, बांझपन और मुंहासे जैसी समस्याएं हो जाती हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, दूब घास के इस्तेमाल से एंड्रोेजन हार्मोन के स्तर को कम किया जा सकता है। इससे पीसीओएस से राहत भी मिल सकती है।
मौखिक समस्याओं के लिए
मुंह से संबंधित समस्याओं के लिए भी दूब घास के फायदे देखे जा सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च में दिया है कि दूब घास में एंटी माइक्रोबियल गुण होता है। ये गुण स्ट्रेप्टोकॉकस नामक बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी असर दिखा सकता है, जिससे डेंटल प्लाक की समस्या कम हो सकती है। साथ ही यह मौखिक संक्रमण के जोखिम को भी कम कर सकता है।
रक्त साफ करने के लिए
दूब घास से खून को साफ करने में भी मदद मिल सकती है। दरअसल, दूब घास को खून साफ करने के लिए फोक मेडिसिन की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है। रिसर्च में यह भी बताया गया है कि दूब घास प्राकृतिक ब्लड प्यूरीफायर की तरह काम करता है, जिससे खून साफ हो सकता है। इसके लिए दूब घास के हरे पत्तों को चबा सकते हैं।
हृदय को स्वस्थ रखें
हृदय के लिए भी दूब घास फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च के अनुसार, दूब घास को हृदय के लिए टॉनिक की तरह लिया जा सकता है। दरअसल, दूब घास के अर्क में कार्डियोप्रोटेक्टिव गतिविधि होती है। इसकी मदद से हृदय को सुरक्षित रखने के साथ ही हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में दूब घास मदद कर सकता है।
मिर्गी में राहत
मिर्गी की स्थिति में सुधार करने के लिए भी दूब घास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे जुड़े एक अध्ययन में दिया है कि मिर्गी के लिए भी दूब घास को फोक रेमेडीज यानी घरेलू उपचार की तरह उपयोग किया जाता है। हां, रिसर्च के दौरान यह पता नहीं लगाया जा सका कि दूब घास का कौन-सा गुण इसमें मदद करता है।
उल्टी ठीक करे
दूब का रस पीने के फायदे उल्टी के लिए भी हो सकते हैं। ऐसे में अगर किसी को बार-बार उल्टी आती है, तो दूब घास के रस का सेवन कर सकते हैं। असल में इस घास के ताजे रस को उल्टी को कम करने के लिए ट्रेडिशनल मेडिसिन की तरह उपयोग में लाया जाता है। रिसर्च में इस बात का जिक्र है कि लोगों को इसके इस्तेमाल से उल्टी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इसमें मौजूद कौन-सा प्रभाव इसमें मददगार होता है।
सिरदर्द के लिए
सिरदर्द से राहत पाने के लिए भी दूब घास का उपयोग कर सकते हैं। दरअसल, इसमें एनाल्जेसिक गुण होता है, जिसे दर्द को कम करने के लिए भी जाना जाता है। सिरदर्द की स्थिति में इस पौधे के उपयोग से बने पेस्ट को माथे पर लगा सकते हैं।
त्वचा के लिए
दूब घास के लाभ त्वचा पर भी नजर आ सकते हैं। यह घाव को तेजी से भरने और त्वचा की रंगत को ठीक करने में मदद कर सकता है। साथ ही इसे सोरायसिस, दाद और एलर्जिक रैशेज के लिए भी इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, यह खुजली और पपड़ीदार त्वचा की समस्या से छुटकारा दिला सकता है।