Health tips: अस्थमा से राहत के लिए यह घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगा आराम

आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। आज के समय में अस्थमा की समस्या काफी सामने आती हैं। जो एक बड़ा चिंता का विषय है। यह वो बीमारी है, जिससे फेफड़े बहुत लंबे समय तक प्रभावित रहते हैं और फ़िलहाल इसको कोई इलाज मौजूद नहीं है, मगर इसके लक्षणों को क़ाबू में रखने के इलाज उपलब्ध हैं। इसे सरल शब्दों में समझे तो अस्थमा फेफड़े से जुड़ी एक सामान्य बीमारी है, जिससे साँसें लेने में तकलीफ़ होती है।

अस्थमा के लक्षण इस प्रकार है

साँस की घरघराहट
साँस लेते हुए सीटी जैसी आवाज़ आना
साँस फूलना
छाती में जकड़न होना
लगातार खाँसी होना

अस्थमा कैसे फैलता है

धुएं के सम्पर्क से
कोहरे के संपर्क से
तेज तेज चलने के कारण
धूल व मिट्टी के सम्पर्क से
मौसम बदलने के दौरान
श्वसन नलिकाओं में संक्रमण होना

अस्थमा से बचाव

बारिश और सर्दी से ज्याादा धूल भरी आंधी से बचना चाहिए।
घर से बाहर निकलने पर मास्के पहनकर रखें।
धुम्रपान से दूर रहें।
हमेशा गर्म या गुनगुने पानी का सेवन करें।
प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा वाली चीजों का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें।
हमेशा अपने आहार में हरी पत्तेडदार सब्जियों को शामिल करें।

अस्थमा पूरी तरह से ठीक हो सकता है?

आपको बता दे की अगर इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो इससे सांस लेने में समस्या हो सकती है। हालांकि अस्थमा को ठीक (asthma treatment) नहीं किया जा सकता लेकिन बचाव, दवाइयों और इलाज से लोग सामान्य जिंदगी जी सकते हैं।

अस्थमा का घरेलू इलाज

अगर आप अस्थमा रोग के शिकार हैं तो इसे कंट्रोल करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि अस्थमा के शिकार रोगियों को अस्थमा अटैक (asthma attack ka gharelu ilaj) का खतरा रहता है जो बहुत घातक साबित हो सकता है। अगर आपको बार-बार सांस लेने में तकलीफ होती है और मौसम में बदलाव के साथ-साथ ये समस्याएं और बढ़ने (asthma causes) लगती है तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलावा अगर आप अस्थमा के शुरूआती स्टेज में हैं तो इसे डॉक्टर को दिखाने के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय (asthma ka ilaj) भी कर सकते हैं इससे बीमारी कंट्रोल में रहेगी।

लहसुन

लहसुन ना केवल अस्थमा के लिए बल्कि हर बीमारी के लिए फायदेमंद है। अस्थमा के इलाज (asthma ka ilaj) के लिए 30 मि.ली. दूध में लहसुन की पाँच कलियाँ उबाल लें और हर रोज इसका सेवन करें।

अजवाइन

अस्थमा के इलाज में अजवाइन भी काफी फायदेमंद है, इसके लिए आप पानी में अजवाइन डालकर इसे उबालें और भाप लें, इससे सांस लेने में होने वाली तकलीफें (asthma treatment) दूर होती हैं।

अंजीर

अंजीर कफ को जमने से रोकने में काफी मदद करता है। अस्थमा का इलाज करने के लिए सूखी अंजीर को गर्म पानी में रातभर भिगो दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। इससे श्वास नली में जमा बलगम ढीला हो जाता है और बाहर निकल जाता है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम होता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां

हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं, आप अस्थमा (asthma in hindi) में पालक और गाजर का जूस ले सकते हैं। 

मेथी

आयुर्वेद के अनुसार मेथी अस्थमा का इलाज करने के लिए रामबाण उपाय है। इसके लिए मेथी के कुछ दानों को एक गिलास पानी में उबाल लेंं, जब ये एक तिहाई बचे तो इसमें शहद (asthma attack ka gharelu ilaj) और अदरक का रस मिलाकर रोज़ाना सुबह शाम इसका सेवन करें।

अस्थमा के मरीज़ों के लिए सावधानियां

अस्थमा (asthma) के रोगियों के लिए सावधानी रखना बेहद ज़रूरी है। अगर आप शुरू से ही सावधानियां और परहेज रखते हैं तो इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा कम होता है और अस्थमा अटैक से भी बच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं अस्थमा के रोगियों को क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए-

अस्थमा और दमा के मरीजों को सर्दी और धूल से बचना चाहिए।
ज्यादा ठंड व मौसम में नमी अस्थमा (asthma) मरीज़ों की समस्या को और अधिक बढ़ा सकती है।
घर से बाहर जाते समय मास्क लगाकर निकलें जिससे आप धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से बच सकें।
सर्दियों में धुंध से बचें।
ताज़ा पेंट, कीटनाशक, स्प्रे, अगरबत्ती, मच्छर भगाने का कॉइल का धुआँ और खुशबुदार चीज़ों से बचें।
धूम्रपान ना करें और धूम्रपान वाली जगह पर ना जाएं।