Health tips: कमर दर्द की समस्या से है परेशान, तो अपनाएं यह घरेलू उपाय

आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। भागदौड़ वाली जिंदगी और घंटों लैपटॉप पर काम करने की वजह से आजकल अधिकांश लोगों में कमर दर्द की शिकायत सुनने को मिलती है। यह शिकायत हर वर्ग के लोगों में होती है। कमर में दर्द होने की वजह से हम आपना कोई भी काम सही तरीके से नहीं कर पाते है। सर्दी के मौसम में तो यह शिकायत और सुनने को मिलती है। यदि आप भी ऐसे दर्द से परेशान हैं, तो जानें कुछ घरेलू उपाय।

आइए जानें-

गर्म पानी से कमर दर्द का इलाज-

हल्का गर्म पानी अनेको समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इससे कमर दर्द में भी बहुत फायदा होता है। हल्का गर्म पानी में नमक मिलाएं और उस पानी में तैलीय को भिगोकर उसे निचोड़ दें और फिर उससे अपने कमर और पीठ की सिकाई करें।‌ इस बात का ध्यान रहे कि आप सीधे अपनी त्वचा पर गर्म पानी से सिकाई न करें। सिकाई करने से पहले अपनी कमर और पीठ पर एक सूती कपड़ा रख लें। फिर उसके ऊपर तौलिया से सिकाई करें। सीधा त्वचा पर गर्म पानी से सिकाई नहीं करना चाहिए। सूती कपडे की एक लेयर होना आवश्यक है।

नारियल तेल से कमर दर्द का इलाज-

नारियल तेल में 4-6 लहसुन की कलियां मिलाकर उसे आग पर अच्छी तरह पकाएं। पकाने के बाद जब तेल ठंडा हो जाए तो उससे अपनी कमर और पीठ की अच्छी तरह मालिश करें। यह तेल कमर के नीचे दर्द का बेहतर उपाय है। लहसुन में अनेक गुण पाए जाते हैं जो कमर दर्द को कम करने में मददगार साबित होते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि तैयार किए गए तेल से मालिश करने के कम से कम 30 मिनट बाद नहाएं ताकि आपका शरीर तेल को अच्छी तरह सोख ले।

हर एक घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लें-

अगर आपके काम में लगातार लंबे समय तक बैठना शामिल है तो आपको हर एक घंटे में 10-15 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। ऐसा करने से आपके कमर और पीठ की मांसपेशियों को आराम मिलता है और अकड़न का खतरा ख़त्म हो जाता है।

अपनी पोस्चर को ठीक करें-

ऑफिस, मेट्रो, बस, बाइक या ट्रेन में बैठते समय अपनी पोस्चर का ख़ास ध्यान रखें। सही पोस्चर में बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिसके कारण मांसपेशियों में अकड़ने होने का खतरा कम होता है। सिटिंग पोस्चर सही नहीं होने के कारण अधिकतर लोगों को कमर दर्द की शिकायत होती है।

कैल्शियम से भरपूर डाइट लें-

शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण भी कमर दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। 30-35 वर्ष की उम्र के बाद शरीर में कैल्शियम की कमी आनी शुरू हो जाती है। अगर आपके कमर दर्द का कारण कैल्शियम की कमी है तो आपको कैल्शियम युक्त चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप कैल्शियम सप्लीमेंट्स का भी सेवन कर सकते हैं।

डॉक्टर से परामर्श करें-

अगर कमर दर्द का कारण कोई विशेष रोग है तो घरेलू उपाय से कोई फायदा नहीं होगा। इस स्थिति में आपको हड्डी रोग विशेषज्ञ से परामर्श कर समय पर उचित इलाज पाना चाहिए। जांच की मदद से डॉक्टर दर्द के सटीक कारण की पुष्टि करते हैं। उसके बाद, कमर दर्द के कारण और गंभीरता के आधार पर इलाज की प्रक्रिया शुरू करते हैं।