Health tips: रोजाना सुबह की सैर में निकलने की डाल लें आदत, सेहत को होंगे यह अद्भुत फायदें

आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। बदलती लाइफस्टाइल में बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। ऐसे में सुबह-सवेरे पैदल सैर पर निकलना भी एक अच्छा स्वास्थ्य लाभ है। सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए खूब टहलने की सलाह दी जाती है। वॉक करना बेहद लाभकारी होता है। कई लोग सुबह के वक्त वॉक करते हैं, तो कुछ लोग शाम के वक्त टहलते हैं। हालांकि सेहत को अच्छा रखने के लिए दोनों टाइम वॉक करनी चाहिए। खराब जीवनशैली के चलते बीमारियां हर उम्र के लोगों को अपनी जकड़ में लेती जा रही है। इससे निजात पाने के लिए एक्सपर्ट सुबह-शाम पैदल चलने की सलाह देते हैं। यह बहुत जरूरी भी है, क्योंकि यदि आप ऐसा कर रहे हैं तो वजन और तनाव तो कम होगा ही, साथ ही ताजी और स्वच्छ हवा का भी आनंद मिल सकेगा।

सुबह की सैर क्यों है‌ जरूरी

सुबह की सैर करने से जीवन शैली से संबंधित कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इसके अलावा सुबह सुबह घूमने के फायदे में मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना भी शामिल है। वहीं देखा जाए, तो सुबह की सैर बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक शारीरिक गतिविधियों में से एक हो सकती है। क्योंकि, चलने के लिए हमें किसी विशेष कौशल, जिम या उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है। वहीं सैर करना मध्यम से लेकर फुर्तीली शारीरिक गतिविधियों में शामिल है। इस कारण सुबह की सैर नींद की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही याददाश्त और सोचने व सीखने की क्षमता में भी सुधार कर सकती है। इसके अलावा सुबह की सैर चिंता के लक्षणों को भी घटा सकती है। ऐसे में बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सभी को सुबह की सैर को नियमित रूप से अपनाना चाहिए।

आइए जानें सुबह शाम की सैर के फायदें

बेहतर नींद

हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक, शाम को मध्यम गति से टहलने से आपकी स्लीप क्वालिटी में सुधार हो सकता है। क्योंकि दिन में नेचुरल लाइट के संपर्क में आने से आपका शरीर शाम को मेलाटोनिन का प्रोडक्शन करता है, जो आपके ब्रेन को संकेत देता है कि यह सोने का समय है। शाम को बाहर टहलने से आप अपने शरीर की नेचुरल सर्कैडियन रिदम को और मजबूत कर सकते हैं। इसके चलते रात को आरामदायक नींद ले सकते हैं।

बेहतर मूड

फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर के मुताबिक, मूड को बढ़ावा देने और अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करने के लिए नियमित व्यायाम काफी फायदेमंद माना गया है। शाम को जल्दी टहलना आपको ताजी हवा प्रदान करके बेहतर महसूस करने में मदद कर सकता है।

हार्ट रहेगा फिट

चलना एक कम प्रभाव वाला व्यायाम है। यह ब्लड प्रेशर को कम करने, हार्ट को स्ट्रॉन्ग करने और ब्लड फ्लो में सुधार करने में मदद करता है। एक शोध के अनुसार, प्रतिदिन 15,000 कदम चलने से हृदय रोगों का खतरा कम होता है। क्योंकि, पैदल जितना आप चलेंगे उतना ही आपका ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रहता है।

एनर्जी करेगा बूस्ट

यदि आप में लो एनर्जी महसूस कर रहे हैं तो टहलना उल्टा लग सकता है, शोध से पता चलता है कि वर्कआउट एनर्जी लेवल को बढ़ा सकता है। शाम को जल्दी टहलना थोड़ा एक्स्ट्रा वर्कआउट करने और डेस्क या क्लास में बैठने के लंबे दिन के बाद अपने शरीर को जगाने का एक शानदार तरीका है।

ब्रेन फंक्शन में सुधार

फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर के मुताबिक, सीनियर्स में भी चलने से कॉग्नेटिव हेल्थ और याद्दाश्त में सुधार हो सकता है। शाम को जल्दी टहलना मानसिक तनाव से थोड़ी राहत देकर और ब्रेन में ब्लड फ्लो को बढ़ाकर आपको चुस्त रहने में मदद कर सकता है।

गठिया में लाभकारी

स्वास्थ्य विशेषज्ञ गठिया के मरीजों को शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की सलाह देते हैं। अगर इस मर्ज के मरीज किसी तरह का एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं, तो मॉर्निंग वॉक यानी सुबह की सैर कर सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना कम से कम 150 मिनट तक शारीरिक गतिविधियां करनी चाहिए। चूंकि गठिया के मरीजों के लिए इस तरह सक्रिय रहना आसान नहीं होता है, उनके जोड़ों में अक्सर दर्द बना रहता है। इसलिए उन्हें मॉर्निंग वॉक करने की सलाह दी जाती है। गठिया के मरीजों के लिए सुबह की सैर व्यायाम की तरह ही लाभकारी होती है।

डिप्रेशन दूर करे

चाहे बच्चे हों या वयस्क। आज की तारिख में हर कोई किसी न किसी वजह से अवसाद का शिकार है। अवसाद होने की वजह से व्यक्ति निराशा में डूब जाता है, उसमें उदासी बढ़ जाती है, क्रोध का स्तर भी बढ़ने लगता है। यहां तक कि डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति खुद को नुक्सान तक पहुंचा सकता है। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए मॉर्निंग वॉक किया जा सकता है। एक शोध में भी इस बात की पुष्टि भी हुई है कि जो लोग डिप्रेशन का शिकार हैं, उन्हें रोजाना 20 से 40 मिनट तक वॉक करना चाहिए। इससे उनका अवसाद कम होता है।

वजन नियंत्रण में रखे

खराब जीवनशैली, देर रात तक जगना, वर्क लोड का बढ़ना, जंक फूड का अधिक मात्रा में सेवन करना और किसी तरह की शारीरिक गतिविधि न करना। इन सब वजहों से लोगों का वजन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा सिर्फ कुछ लोगों के साथ नहीं बल्कि ज्यादातर कामकाजी वर्ग में ऐसे लोग शामिल हैं, जो मोटापे से ग्रस्त हैं। विशेषज्ञों की मानें तो जिन लोगों का वजन बढ़ता जा रहा है, उन्हें अपने खानपान को नियंत्रण में रखना चाहिए। इसके साथ ही शारीरिकि गतिविधि करनी चाहिए। अगर आप किसी तरह का एक्सरसाइज नहीं करना चाहते हैं, तो मॉर्निंग वॉक कर सकते हैं। विभिन्नि शोधों से भी यह पता चला है कि महज रोजाना वॉक करने से शरीर का फैट कम होता है।