Health tips:‌ मसालों में होते हैं औषधीय गुण, इनके सेवन से कैंसर का जोखिम करें कम, जानें कैसे

आज हम स्वास्थ्य से संबंधित फायदों के बारे में आपको बताएंगे। भारतीय मसाले सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। मसालों में कुदरती तौर से चिकित्सकीय गुण मौजूद होते हैं। कई मसालों का प्रयोग गैर संचारी रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। भारत में सदियों से इन मसालों को प्रयोग में लाकर बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। मसालों में कई प्रकार के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। ज्यादातर मसाले प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन ए, विटामिन बी6, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे खनिजों के समृद्ध स्रोत होते हैं। कई मसालों में पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट यौगिकों की भी प्रचुर उपलब्धता होती है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होते हैं। कुछ मसाले ऐसे होते हैं जिनके सेवन से हम कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।

आइए जानें-

संक्रमण करें दूर-

मसालों में रोगाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जिसके कारण इनके प्रयोग से संक्रमण को दूर किया जा सकता है। लौंग, हल्दी, इलायची, दालचीनी, काली मिर्च, हींग और जीरा जैसे मसाले विशेष रूप से आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने और बैक्टीरिया के संक्रमण से आपको बचाने में मदद कर सकते हैं।

हल्दी-

हमारे खाने में रंग भरने के साथ ही हल्दी में कई औषधीय गुण हैं जो कैंसर जैसी बीमारी से भी लड़ने की क्षमता रखते हैं। हल्दी में पॉलिफिनल करक्युमिन होता है जो प्रॉस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, पैनक्रियाटिक कैंसर और ल्युकीमिया जैसी बीमारियों के कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।

सौंफ-

सौंफ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटो न्यूट्रीएन्ट्स के सामने कैंसर सेल्स को हार माननी ही पड़ती है। ऐसे में अगर टमाटर के सूप में सौंफ डालकर लहसून के साथ लिया जाए तो ये कैंसर के खिलाफ एक मजबूत हथियार का काम करेगा।

केसर-

केसर में क्रोसेटिन नाम का तत्व होता है जो एक प्राइमरी कैंसर फाइटिंग एलिमेंट है। ये ना सिर्फ बीमारी को बढ़ने से रोकता है बल्कि ट्यूमर केआकार को भी घटाता है। हालांकि केसर का ज्यादा इस्तेमाल मुश्किल है क्योंकि ये दुनिया का सबसे महंगा मसाला है।

जीरा-

ये एक विलक्षण औषधी है जिसमें थाइमोक्वीनोन नाम का पदार्थ होता है जो प्रॉस्टेट कैंसर बनाने वाले सेल्स को बढ़ने से रोकता है। लिहाजा अगर अपने रेग्यूलर खाने में जीरा के इस्तेमाल हो तो वो खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही शरीर को भी स्वस्थ रखेगा।

दालचीनी-

आयरन और कैल्शियम से भरपूर दालचीनी शरीर में ट्यूमर को घटाने का काम करता है। हर रोज अपने दिन की शुरुआत दालचीनी की चाय से करें। और सोने से पहले शहद और दालचीनी के साथ एक ग्लास दूध का सेवन करने से कैंसर कभी आसपास भी नहीं आएगा।

ऑरेगानो

ऑरेगानो का इस्तेमाल सिर्फ पिज्जा, पास्ता की टॉपिंग के रूप में ही नहीं होता। बल्कि ये प्रॉस्टेट कैंसर के खिलाफ भी एक सशक्त एजेंट का काम करता है।

अदरक-

औषधीय गुणों से भरपूर अदरक के सेवन से कॉलस्ट्रोल कम होता है, शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और कैंसर सेल्स भी खत्म होते हैं। सब्जियों में डालने के साथ ही इसे कच्चा चबाने से भी ये शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाता है