आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ओवर ग्राउंड वर्कर्स को गुप्त दस्तावेज लीक करने के मामले में आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार गिरफ्तार किया गया है।
वर्तमान में शिमला में पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण-एनआईए ने लश्कर-ए-तैयबा के ओवर ग्राउंड वर्कर्स नेटवर्क मामले की जांच के सिलसिले में आईपीएस अधिकारी अरविंद दिग्विजय नेगी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहले एनआईए के साथ काम कर रहा था और फिलहाल शिमला में पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात था।
एनआईए ने एक बयान में कहा है कि पिछले साल नवंबर में दर्ज यह मामला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के ओवर ग्राउंड वर्कर्स नेटवर्क के बारे में है जो भारत में आतंकवादी गतिविधियों की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में मदद करता है। एजेंसी ने कहा कि जांच के दौरान आरोपी नेगी की भूमिका की जांच की गई और उसके घरों की तलाशी ली गई। पाया गया कि उसने एनआईए के गोपनीय दस्तावेज लश्कर-ए-तैयबा के ओवर ग्राउंड वर्कर्स नेटवर्क के एक अन्य आरोपी व्यक्ति को दिए थे।