ज्येष्ठ पूर्णिमा आज, इन वस्तुओं का करें दान मिलेगा विशेष लाभ

ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि 13 जून 2022, दिन सोमवार को है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत रखा जाता है।  हिंदू धर्म में व्रत एवं त्यौहारों का विशेष महत्व है । लोग श्रद्धा से अमावस्या, पूर्णिमा, एकादशी आदि का व्रत रखते हैं । और इन व्रत को रखने का विशेष महत्व और फल होता है ।जीवन में सुख और समृद्धि के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के​ दिन व्रत और पूजा करते हैं ।  इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष दूर होता है और कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है ।  ज्येष्ठ पूर्णिमा को सत्यनारायण भगवान की कथा सुनते हैं और उनकी पूजा की जाती है ।  इस दिन आप देवी लक्ष्मी की भी पूजा अर्चना कर सकते हैं ।  इनकी पूजा करने से घर धन संपदा से परिपूर्ण होता है ।

कई स्थानों में रखा जाता है वट पूर्णिमा का व्रत

ज्येष्ठ माह के पूर्णिमा तिथि को वट पूर्णिमा का भी व्रत भी रखा जाता है। इस दिन महिलाएं बरगद की पूजा करती हैं । स्कंद पुराण के अनुसार वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन करना चाहिए। अत: गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत की स्त्रियां ज्येष्ठ पूर्णिमा को यह व्रत करती हैं।

स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है ।  ऐसे में आप इस दिन  स्नान और दान कर सकते हैं क्योंकि सुबह से ही साध्य योग प्रारंभ है । यह योग मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होता है । जीवन में सुख समृद्धि के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा पर स्नान के बाद आप चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं का दान करें ।  इस दिन आप किसी ब्राह्मण  या गरीब को  सफेद वस्त्र, शक्कर, चावल, दही, चांदी, सफेद फूल, मोती आदि का दान भी  कर सकते हैं । 

जानिए तिथि

पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 13 जून, सोमवार, रात 09 बजकर 02 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 14 जून, मंगलवार, शाम 05 बजकर 21 मिनट तक रहेगा ।