आज हम प्रदोष व्रत की जानकारी देंगे। 10 अप्रैल को प्रदोष व्रत है। प्रदोष व्रत हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्र्योदशी तिथि को किया जाता है। इस महीने चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी 10 अप्रैल को है। उदया तिथि के अनुसार व्रत 10 अप्रैल को रखा जाएगा। इस दिन शिव की विधिपूर्वक पूजा और व्रत करने का विधान है। एक महीने में 2 प्रदोष व्रत होते हैं। इस दिन सुबह से शाम तक व्रत किया जाता है और विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल की त्रयोदशी को गुरु प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष व्रत के दिन गुरुवार होने के कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा।
जानें शुभ मुहूर्त
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 09 अप्रैल को रात 10 बजकर 55 मिनट से शुरु होगी और अगले दिन यानी 11 अप्रैल को रात 01 बजे तिथि का समापन होगा। ऐसे में 10 अप्रैल को प्रदोष व्रत किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 44 मिनट से 08 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।