जानें कब है वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी, भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आने वाले सभी विघ्न होते हैं दूर, यह रहेगा शुभ मुहूर्त

आज हम वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी की जानकारी देंगे। सनातन धर्म में कार्तिक महीने का खास महत्व है। इस महीने जगत के पालनहार भगवान विष्णु क्षीर सागर में योगनिद्रा से जागृत होते हैं। हर साल कार्तिक महीने में वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आने वाले सभी विघ्न दूर हो जाते हैं और साधक पर गणेश जी की कृपा बनी रहती है।

जानें शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 09 अक्टूबर को रात 10 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी और 10 नवंबर को शाम 07 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगी। सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है। अत: 10 अक्टूबर को वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय संध्याकाल 08 बजकर 13 मिनट पर होगा। संकष्टी चतुर्थी पर चंद्र दर्शन किया जाता है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी का व्रत शुक्रवार 10 अक्टूबर को रखा जाएगा। इस शुभ अवसर पर चंद्र दर्शन का शुभ योग शाम 08 बजकर 13 मिनट पर है।