आज हम वरुथिनी एकादशी के बारे में आपको जानकारी देंगे। यह एकादशी चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। इसे “व्रतों की एकादशी” भी कहा जाता है, क्योंकि यह विशेष पुण्यदायक मानी जाती है। इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी पाप और कष्ट दूर होते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में 2 एकादशी आती है और पूरे साल में 24 एकादशी आती है । सभी एकादशी का अपना अलग अलग शास्त्रीय महत्व माना जाता है । धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी व्यक्ति प्रत्येक एकादशी का व्रत पूरी श्रद्धा के साथ करता है, उसे संसार के सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
जानें शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि 23 अप्रैल, 2025 को शाम 04:43 बजे शुरू होगी। जो 24 अप्रैल, 2025 को दोपहर 02:32 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार वरुथिनी एकादशी का व्रत 24 अप्रैल को रखा जाएगा। वहीं व्रत का पारण 25 अप्रैल को किया जाएगा। व्रत पारण का समय 25 अप्रैल को सुबह 5:46 बजे से लेकर सुबह 8:23 बजे तक रहेगा।