यहां रोडवेज बस का अचानक से ब्रेक फेल हो गया लेकिन इस बीच चालक की समझदारी से चालीस यात्रियों की जान बच गई।
चालक की सूझबूझ से 40 यात्रियों की जान बची
मसूरी से देहरादून आ रही रोडवेज बस के ब्रेक फेल हो गए। चालक ने सूझबूझ से 40 यात्रियों की जान बच गई। चालक ने बस को पहाड़ी से टकरा दिया।बुधवार शाम करीब चार बजे मसूरी के लाइब्रेरी बस स्टैंड से देहरादून के लिए रवाना हुई। बस करीब 400 मीटर आगे ही पहुंची थी कि उसके ब्रेक फेल हो गए।लेकिन तुरंत ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाई, चालक धीरज मुनि शाह ने सूझबूझ से बस को पदमिनी निवास होटल जाने वाले संपर्क मार्ग पर चढ़ाकर पहाड़ी से टकरा दिया। जिससे बस रुक गई और सभी सवारियों की जान बच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस दिनों पर्यटन सीजन है। जिस कारण हाईवे पर काफी दवाब है। अगर बस पहाड़ी से न टकराती तो हाईवे पर चल रहे कई वाहन बस की चपेट में आ सकते थे। वहीं, बस अगर रोड के बाहर पलटती तो जानमाल का नुकसान हो सकता था।
बस से पहाड़ी नहीं टकराता चालक तो शायद ही कोई बच पाता
कारण पूछने पर चालक धीरज मुनि शाह ने बताया कि बस का ब्रेक प्रेशर लीक हो रहा था। उन्होंने जैसे ही ब्रेक लगाए तो पैडल नीचे बैठ गया। इस पर उन्होंने बस संपर्क मार्ग पर चढ़ाकर पहाड़ी से टकरा दी। सभी सवारियां सुरक्षित हैं। उन्हें दूसरी बस से देहरादून भेजा गया। बस में सवार लुधियाना (पंजाब) के पर्यटक विक्की ने बताया कि अगर चालक बस को पहाड़ी से न टकराता तो शायद ही कोई बच पाता।
तीन बार हो चुकी हैं ऐसी घटना
बता दें कि दून-मसूरी मार्ग पर तीन माह में यह तीसरी बड़ी घटना है, जब परिवहन निगम की बस दुर्घटना का शिकार बनी हो। बीती 16 मार्च को भी 35 यात्रियों की जान उस समय बाल-बाल बच गई थी, जब मसूरी से देहरादून आ रही पर्वतीय डिपो की बस के मसूरी से एक किमी दूरी पर ब्रेक फेल हो गए थे। गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ का परिचय देकर बस को पहाड़ी से टकरा दिया था, जिससे बस रुक गई और बड़ी दुर्घटना टल गई थी। इसके बाद दो अप्रैल को बेलगाम गति से मसूरी से दून आ रही निगम की बस खाई में गिर गई थी, जिसमें दो यात्रियों की मौत जबकि 38 घायल हो गए थे।