अल्मोड़ा में डॉ. आर. एस. टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा मंगलवार को विकास भवन सभागार में बाल अधिकारों पर संवेदीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह, परियोजना निदेशक एवं अन्य ने द्वीप प्रज्वलित कर किया।
इस ट्रेनिंग का उद्देश्य अन्य विभागों के अधिकारियों को जागरूक करना है
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि इस ट्रेनिंग का उद्देश्य बाल अधिकारों के प्रति शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस तथा चिकित्सा विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को जागरूक करना है।
सभी अधिकारियों के सुझाव एवं फीडबैक किए जाएंगे प्राप्त
उन्होंने कहा कि इस ट्रेनिंग के माध्यम से अधिकारी बच्चों के सर्वांगीण विकास में आने वाली चुनौतियों का सामना करने एवं बच्चों को उनके विधिक अधिकार दिलाए जाने के टिप्स प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में सभी अधिकारियों के सुझाव एवं फीडबैक प्राप्त किए जाएंगे तथा उन सुझावों के आधार पर बाल अधिकारों के हितों में एसओपी बनाए जाने में काफी मदद मिलेगी।
विभिन्न विषयों पर आयोजित होगी तीन दिवसीय कार्यशाला
उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की उप निदेशक पूनम पाठक ने बताया कि विभिन्न विषयों पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के क्रम में आज इस कार्यशाला का उद्देश्य बाल अपराधों एवं अधिकारियों को अन्य बाल समस्याओं के प्रति जागरूक करते हुए अभिभावकों तक पहुंच बनाना है तथा समाज में बच्चों के प्रति एक सद्भावनात्मक माहौल बनाना, उनके प्रति नम्र व्यवहार बनाना है।
कार्यशाला में बच्चों के उचित पोषण एवं उनकी देखभाल जैसे विभिन्न मामलों पर दी गई जानकारी
इस कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों से बच्चों के प्रति उनके अनुभव एवं सुझाव लिए गए तथा बाल अपराधों को रोकने के विभिन्न तरीके मास्टर ट्रेनरों द्वारा बताए गए। इस दौरान बच्चों का नशे के प्रति बढ़ते रुझान, यौन हिंसा, बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता लाना, बच्चों में उचित पोषण एवं उनकी देखभाल जैसे विभिन्न मामलों पर जानकारी दी गई।
उपस्थित रहे
इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी सत्यनारायण, उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की ट्रेनर डॉ. मंजू ढोंढियाल, पुलिस के अधिकारी, शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समेत अन्य उपस्थित रहे।