तुर्किये सीरिया में मरने वालों की संख्या पहुंची साढ़े तेईस हजार के पार, 105 घंटे बाद चार साल का बच्चा मिला अपनी मां से, लोगों ने कहा ईश्वर की इच्छा..

भूकंप से पीड़ित तुर्किये के गाजियांतेप में कल भारत के राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एन.डी.आर.एफ ने आठ साल की एक लड़की को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया। इस काम में उसे तुर्किये की सेना का सहयोग भी मिला। एन.डीमूमू को.आर.एफ ने बृहस्पतिवार को भी इस इलाके से छह साल की एक लड़की की जान बचाई थी।

बचाव दलों ने अब तक मलबे से 13 शव निकाले

एन.डी.आर.एफ के प्रवक्ता के अनुसार बचाव दलों ने अब तक मलबे से 13 शव निकाले ।  एन.डी.आर.एफ. की टीम तुर्किये में सात फरवरी से ही राहत और बचाव के काम में जुटी है। भारत ने विनाशकारी भूकंप से जूझ रहे तुर्किये और सीरिया की सहायता के लिए ऑपरेशन दोस्त शुरू किया है। दोनों देशों में भूकंप से अब तक साढ़े 23 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

105 घंटे बाद जिंदा मिला चार साल का बच्चा

हैबरतुर्क टेलीविजन से मिली  जानकारी के अनुसार बारिश और बर्फबारी के बीच धीमी गति से चल रहे बचाव कार्य में एक ऐसा किशोर अदनान मुहम्मद कोरकुट भूकंप के केंद्र बिंदु रहे गाजियनटेप शहर के नजदीकी इलाके में मिला है जो मलबे के बीच अपनी पेशाब पीकर जिंदा रहा । उसे बचाव दल ने निकालकर अस्पताल भेजा है।तुर्किये के सीमावर्ती इलाके से भूकंप आने के 105 घंटे बाद चार साल का बच्चा यागीज कोम्सू मलबे के बीच से जिंदा मिला है। इस बच्चे का अपनी मां से मिलन दिल को छू देने वाला था। परिवार के लोग उसका जिंदा मिलना नामुमकिन मान चुके थे।इसी तरह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त एक घर में चार दिनों से फंसा दस दिन का बच्चा और उसकी मां शुक्रवार को सुरक्षित निकाली गई। लोगों ने उन्हें देखकर इसे ईश्वर की इच्छा बताया।