अल्मोड़ा में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो गई है। आलम यह है कि करोड़ो की लागत से बने सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान अल्मोड़ा में गंभीर हालत में उपचार को पहुंची बागेश्वर जिला की महिला मरीज को रक्त तक नहीं चढ़ पाया। मजबूरन महिला को गंभीर हालत में लेकर तीमारदारों को जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ी। जिससे तीमारदारों में भारी आक्रोश है। इधर तीमारदार ने अस्पताल में तैनात डाक्टर पर बिना पांच लोगों को लाए रक्त नहीं चढ़ाने का भी आरोप लगाया है।
डाक्टर ने रक्त चढ़ाने से पहले पांच लोगों को अस्पताल लेकर आने की बात की
जिला बागेश्वर से पहुंचे गणेश ने बताया कि वो अपनी पत्नी गुडी देवी उम्र 35 वर्ष को उपचार के लिए दिन में करीब 11 बजे मेडिकल कॉलेज बेस पहुंचे। जहां उन्होंने ओपीडी में अपनी पत्नी का उपचार किया। जिसके बाद डाक्टरों ने उपचार कर मरीज की रक्त जांच की। जिसमें महिला जांच रिपोर्ट में महिला का हीमोग्लोबिन कम पाया गया। लेकिन तीमारदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस बीच डाक्टर ने महिला को रक्त चढ़ाने के लिए मना कर दिया। आरोप लगाते हुए कहा कि डाक्टर ने रक्त चढ़ाने से पहले पांच लोगों को अस्पताल लेकर आने की बात की। तीमारदार गणेश ने बताया कि पत्नी की हालत गंभीर थी, जिसके बाद वो पत्नी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उनकी पत्नी को रक्त चढ़ाया गया।
डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
इधर मामले में रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष मनोज सनवाल ने भी नाराजगी जताते हुए प्राचार्य से वार्ता कर ऐसे डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।