तुर्किए और सीरिया में भूकंप में मरने वालों की संख्‍या पहुंची पंद्रह हजार के पार, भारत कर रहा ऑपरेशन दोस्त के जरिए मदद..

तुर्किए और सीरिया में भूकंप में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 15 हजार हो गई है। राहत एजेंसियों और बचाव कार्यकर्ताओं ने आगाह किया है कि मलबे में अभी भी बहुत से लोगों के दबे होने के कारण मृतकों की संख्‍या और बढ़ सकती है। बचाव कार्यकर्ता भूकंप से बुरी तरह प्रभावित कुछ क्षेत्रों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। भूकंप के बाद मलबे के आसपास कमजोर हो चुकी मूलभूत संरचना के भवनों के गिरने की भी आशंका है।

सरकार की कमियों को स्वीकारा

इस बीच, तुर्किए के राष्‍ट्रपति रेसेप तैय्यब एर्दोआन ने दो विनाशकारी भूकंप को लेकर अपनी सरकार की प्रतिक्रिया का बचाव करते हुए कहा कि आपदा के अनुरूप तैयारी करना संभव है। आलोचकों का कहना है कि आपात सेवाओं की प्रतिक्रिया बहुत धीमी है और सरकार की तैयारी भी कमजोर है। राष्ट्रपति एर्दोआन ने स्‍वीकार किया कि सरकार को कुछ समस्‍याएं हो रही है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।

जापान में 2011 में आए भूकंप के बाद से यह सबसे घातक भूकंपीय घटना

दुनिया की विनाशकारी भूकंप आपदा में तुर्किए और सीरिया में मरने वालों की संख्या 15,000 से अधिक हो गई है ।  दोनों देशों में भूकंप से प्रभावित शहरों और कस्बों में पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है । तुर्किए में 12,391 लोगों की मौत हुई है, जबकि 62,914 घायल बताए जा रहे हैं ।  वहीं, सीरिया में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3,486 हो गया है, जबकि यहां घायलों की संख्या 5,247 बताई जा रही है । बता दें कि जापान में 2011 में आए भूकंप के बाद से यह सबसे घातक भूकंपीय घटना है ।  तब भूकंप के बाद सुनामी आई थी जिसमें लगभग 20,000 लोग मारे गए थे। 

भारत ने चलाया ऑपरेशन दोस्त

वहीं, भारत ने तुर्किये में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया है। इसके जरिए भारत ने तुर्किये के लोगों की मदद तेजी से की जा रही है । दुनिया के 24 से अधिक देशों के बचाव दल राहत अभियान में मदद कर रहे हैं ।  इसमें भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने तुर्की में मोर्चा संभाल लिया है और भूकंप प्रभावित इलाकों में फील्ड हॉस्पिटल बनाया गया है और घायलों का इलाज किया जा रहा है । इसके अलावा एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में भी जुट गई हैं ।