अल्मोड़ा: उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं तकनीकी परिषद देहरादून एवम एसएसजे विश्वविद्यालय के तत्वाधान में विश्व चिंतन दिवस पर सिंपोजियम का किया गया आयोजन

उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं तकनीकी परिषद देहरादून एवं विज्ञान संकाय सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के तत्वाधान में विश्व चिंतन दिवस 22 फरवरी 2023 के अवसर पर एक सिंपोजियम का आयोजन किया गया सिंपोजियम का विषय हमारा संसार हमारा शांतिपूर्ण भविष्य सिपोजियम का प्रारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर पीएस बिष्ट अधिष्ठाता प्रशासन विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जया उप्रेती अधिष्ठाता विज्ञान संकाय, मुख्य डॉ. आशीष पंत वैज्ञानिक पर्यावरण संस्थान कोसी, प्रोफेसर जीसी साह विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान, चेयरमैन एवं प्रोफेसर एन. डी. कांडपाल संयोजक को शॉल उड़ाकर सम्मानित किया गया। 

वर्तमान विश्व की आर्थिक, प्राकृतिक एवं सामरिक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए नीति बनाने तथा उस पर अमल करने के लिए सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला

सिंपोजियम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रोफेसर पीएस बिष्ट द्वारा वर्तमान विश्व की आर्थिक, प्राकृतिक एवं सामरिक स्थितियों को ध्यान में रखते हुए भविष्य के लिए नीति बनाने तथा उस पर अमल करने के लिए सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जया उप्रेती द्वारा विश्व चिंतन दिवस का प्रारंभ स्काउट गर्ल्स फाउंडर दंपत्ति पावेल के जन्म दिवस मनाए जाने के अंतरराष्ट्रीय परिपेक्ष पर प्रकाश डाला गया। सिंपोजियम चेयरमैन प्रोफेसर जी सी. साह विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान द्वारा सिंपोजियम की प्रस्तुति पर तथ्यों को प्रस्तुत किया गया । मुख्य वक्ता पर्यावरण संस्थान कोसी के वैज्ञानिक डॉ .आशीष पांडे द्वारा विश्व की जैव विविधता को उत्तराखंड के प्राकृतिक संसाधनों का संबंध क्षेत्रीय जनता के व्यवसायीकरण पर व्याख्यान दिया।  व्याख्यान में यह स्पष्ट किया कि उत्तराखंड की वन संपदा जिसका औषधीय महत्व है लगभग 44% भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में उपलब्ध है इससे सबंधित शोध कार्य जिसमें हाइड्रोपोनिक हाइड्रोकेमिकल अध्ययन का एक नया शोध क्षेत्र वर्तमान में प्रारंभ हो चुका है। उनका व्याख्यान उत्तराखंड के युवाओं को आजीविका के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आधारित रहा। संगोष्ठी का संचालन भुवन चंद्रा ऑर्गेनाइजिंग सेकेट्री द्वारा किया गया।

महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक एवं अकादमिक पहलुओं पर डाला गया  प्रकाश

सिंमपोजियम के द्वितीय सत्र में डॉक्टर जगदीश चंद्र द्वारा विश्व  चिंतन दिवस की मूल भावना, महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक एवं अकादमिक पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इसके अतिरिक्त शोध छात्रों द्वारा भी विभिन्न बिंदुओं पर व्याख्यान प्रस्तुत किए गए ।

यहां उपस्थित रहे

सिंपोजियम में विभागाध्यक्ष हिंदी डॉ. प्रीति आर्य,  विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान धनी आर्या सहित अन्य विभागों के प्राध्यापकों द्वारा भी सहभागिता की गई । जिसमें डॉ रुबीना अमान, डॉ. प्रियंका सागर,डॉ .राजेश राठौड़, डॉ. राजेश कुमार डॉक्टर राजेंद्र जोशी, डॉक्टर तेजपात, डॉक्टर श्वेता आर्य, आर्य डॉ. रविंद्र पाठक डॉ. देवेंद्र धामी, डॉ. रवि कुमार,लक्ष्मी वर्मा, विजेता सत्याल, आरती परिहार, रश्मि, गीतांजलि, अंजली देवेश आदि सहित अनेकों छात्र-छात्रा उपस्थित थे। सिंपोजियम के अंत में संयोजक प्री एन डी कांडपाल द्वारा सिंपोजियम की रिपोर्ट की तैयार को प्रत्येक बिंदु पर विस्तारपूर्वक चर्चा के उपरांत प्रस्तुत किया गया। समापन सत्र की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जी सी साह द्वारा की गई ।