अल्मोड़ा: आम आदमी युवा मोर्चा ने प्राइवेट स्कूलों द्वारा मंहगी किताबों व फीस में अपनी मन मर्जी में लगाम लगाने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

आम आदमी युवा मोर्चा द्वारा  स्कूलों द्वारा मंहगी किताबों व फीस में अपनी मन मर्जी कर रहे प्राइवेट स्कूलों में लगाम लगाने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा ।

कॉपी किताबों के लिए पिछले वर्ष की तुलना में कम से कम 30 से 40 फीसदी अधिक धनराशि चुकानी पड़ रही

ज्ञापन के माध्यम से आम आदमी युवा मोर्चा ने कहा कि शिक्षा का नया सत्र शुरू हो गया है। बच्चे उत्साह में है लेकिन अभिभावक नहीं। क्योंकि इस वर्ष भी उन्हें कॉपी किताबों के लिए पिछले वर्ष की तुलना में कम से कम 30 से 40 फीसदी अधिक धनराशि चुकानी पड़ रही है।नई शिक्षा नीति के अनुसार , एनसीआरटी  की किताबें लगाकर माता पिता को आर्थिक राहत और बच्चो के कंधो का बोझ हल्का करने की बात हुई थी।पर निजी स्कूलों में निजी प्रकाशकों की पुस्तके भी पाठ्यक्रम में शामिल की जा रही हैं जो एनसीआरटी   की किताबों की तुलना में लगभग 5 गुना अधिक महंगी है।मोटी मोटी स्कूल डायरी, ड्राइंग और ग्राफ कॉपी साल के आखिर में खाली दिखाई देती है।कई किताबें ऐसी हैं जिनमें मात्र एक दो चेप्टर को आगे पीछे किया जाता है।या बदल दिया जाता है। किताबों के खर्चे के अलावा बैग, बोतल, यूनिफॉर्म का खर्च अभिभावक की कमर तोड़ने के लिए काफी है उस पर गिनी चुनी दुकानों से ही पुस्तकें खरीदने का दबाव भी है। अभिभावक ऑफिस, घर छोड़कर वहां लाइन में खड़े होकर धक्के खाता है बात यही खत्म नहीं होती।डेवलॉपमेट फीस जैसे नए टर्म भी निजी स्कूलों द्वारा डेवलॉप कर लिए गए हैं मतलब फीस के ऊपर भी फीस , अफसोस, इस बात का शोर हर साल होता है मगर होता कुछ नहीं।अगर कुछ लोग बोलना भी चाहें तो सबका साथ नही मिलता बच्चे भी माता पिता को चुप रहने के लिए मजबूर कर देते हैं क्योंकि उन्हें सजा और डांट का  डर रहता है।

आंदोलन के लिए बाध्य

आम आदमी युवा मोर्चा ने  कहा कि संबंधित विभाग को नियम बनाकर इस संबध में जरुरी कदम उठाने चाहिए ताकि हर साल अप्रैल में बाहर आने वाले इस जिन्न का खात्मा हो सके और अभिभावक को राहत मिले। उन्होंने कहा जल्द ही इस मामले को संज्ञान में  लेकर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आम आदमी पार्टी अल्मोड़ा युवा मोर्चा टीम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी ।

ज्ञापन देने वालों में मौजूद रहे

ज्ञापन देने वालों में जिला सचिव सूरज आर्य, नीरज प्रसाद आर्य, रितेश कुमार, अर्जुन कुमार, राहुल कुमार ,दीपक भट्ट आदि लोग शामिल  रहे।