अल्मोड़ा: एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा की गई मासिक अपराध गोष्ठी में की अपराधों की समीक्षा, लंबित विवेचनाओं को शीघ्र निस्तारित करने के दिए निर्देश

आज प्रदीप कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा द्वारा पुलिस लाईन अल्मोड़ा के सभागार में जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारीगणों, समस्त थानाध्यक्षों, शाखा प्रभारियों व अन्य अधिकारी/कर्मचारी गणों के साथ मासिक अपराध गोष्ठी/सम्मेलन का आयोजन किया गया। एसएसपी  द्वारा प्रत्येक थानों/शाखाओं से आये सभी कर्मचारियों का सम्मेलन लेकर उनकी समस्यायें पूछी गई, कर्मचारियों द्वारा बताई गई समस्या का त्वरित निवारण हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया ।

मासिक अपराध गोष्ठी में मुख्यतः निम्न बिन्दुओं पर चर्चा कर कार्यवाही हेतु मातहतों को दिशा-निर्देश निर्गत किये गये

       1.थानों में लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा कर सम्बन्धित थाना प्रभारी/विवेचकों को शीघ्र निस्तारण करने व लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों एवं सम्मन/वारंट/नोटिस का ससमय निस्तारण किये जाने/अभियोगों में वांछित अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी किये जाने हेतु कड़े निर्देश दिये गये।

2. सभी थाना प्रभारियों को प्रभावी अपराध नियंत्रण सहित पुलिस मुख्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देशों के तहत जनपद स्तर पर चलाए जा रहे अभियानों में  रुचि लेकर प्रभावी कार्यवाही करने और बाहरी व्यक्तियों का शत प्रतिशत सत्यापन कराने/सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले एवं शराब पीकर वाहन चलाने वाले/ओवरलोड/ओवर स्पीड/रैश ड्राइविंग एवं बिना हेलमेट व तीन सवारी बैठाकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही के भी निर्दश दिये गये।

3.महिला सुरक्षा– मासिक अपराध गोष्ठी में उपस्थित समस्त सीओ व थाना प्रभारियों को महिला सुरक्षा के प्रति सजग एवं गंभीर रहते हुए किसी भी शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते पीड़ित महिला को तत्काल हरसंभव सहायता प्रदान करें जिससे आमजनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास जागृत हो।



4. महिला सुरक्षा/महिला अपराध/बाल अपराध/मानव तस्करी आदि अपराधों की रोकथाम हेतु अपने-अपने थाना क्षेत्रान्तर्गत नगरों, कस्बों, गावों व स्कूल कालेजों में अधिक से अधिक जागरुकता कार्यक्रम चलाकर महिलाओं/छात्र छात्राओं को उनके अधिकारों व कानून की जानकारी प्रदान करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस एप के गौरा शक्ति ई-कम्पलेन के उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दें।

5.साईबर अपराध-  साईबर अपराध के मामलों में थाना प्रभारियों को शिकायतकर्ता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए साईबर ठगों द्वारा हड़पी गयी धनराशी की रिकवरी हेतु तत्काल सम्बन्धित को पत्राचार कर जनपदीय साईबर से सहायता प्राप्त कर आवश्यक करते हुए पीड़ित व्यक्ति की धनराशि वापस कराने के लिए हरसंभव प्रयास करें।

6.ड्रग्स– समस्त थानों में गठित एएनटीएफ टीम को सक्रिय करें जिससे नशा कारोबारियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जा सकें, पूर्व में नशे के मामलों में गिरफ्तार अपराधियों के रिकार्ड की स्कूटनी करते हुए उनके द्वारा अवैध रुप से अर्जित की गयी धनराशि/सम्पत्ति की तस्दीक कर जब्तीकरण की कार्यवाही करें। गैगस्टर एक्ट में जारी एसओपी के अनुसार कार्यवाही कर पालन करें।

7.नशेड़ियो/अराजक तत्वों पर कड़ी कार्यवाही के लिए चलाये गये औचक चैंकिग अभियान को लगातार जारी रख आवश्यक कार्यवाही करें।

इस अवसर पर मौजूद रहे

अपराध गोष्ठी में पुलिस उपाधीक्षक रानीखेत  टी0आर0 वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन सुश्री ओशीन जोशी ,पुलिस उपाधीक्षक संचार राजीव कुमार टम्टा, प्रभारी ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी बिन्देश्वरी प्रसाद टम्टा, निरीक्षक अभिसूचना इकाई कमल कुमार पाठक, प्रतिसार निरीक्षक जितेन्द्र पाठक, वाचक निरीक्षक अशोक धनकड़, प्रभारी डीसीआरबी निरीक्षक अरुण कुमार, प्रभारी साईबर सेल निरीक्षक अजय लाल साह, निरीक्षक दूरसंचार उमाशंकर पाण्डे, प्रभारी निरीक्षक नासिर हुसैन प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रानीखेत,थानाध्यक्ष भतरौजखान निरीक्षक संजय पाठक सहित जनपद के सभी थाना एवं शाखा प्रभारी / अन्य कर्मचारी गण मौजूद रहे ।