पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने आज अपने कैम्प कार्यालय में जनपद अल्मोड़ा की महिला फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों का सम्मान कार्यक्रम किया।पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक द्वारा मैडल,मोमेंटो तथा अंगवस्त्र भेंट कर सभी खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की गयी।कार्यक्रम में उपस्थित फुटबाल खिलाड़ी भगवती चौहान को सम्मानित करते हुए मंत्री कर्नाटक ने बताया कि भगवती राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं जो अभी तक सत्रह राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुकी है । इसके अलावा उन्होंने गोल्डन बूट भी प्राप्त किया है।इसके साथ ही वे नोर्थ जोन में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के साथ ही उच्चतम स्कोर प्राप्त करने वाली खिलाड़ी हैं।
यह एक तनाव से राहत देने वाला,अनुशासन और टीम वर्क का शिक्षक है
इसके बाद सभी खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसे दुनिया भर में लाखों लोग खेलते हैं और प्यार करते हैं।इसे एक सार्वभौमिक खेल कहा जा सकता है क्योंकि हर छोटा और बड़ा राष्ट्र इसे खेलता है।इसके अलावा यह एक तनाव से राहत देने वाला,अनुशासन और टीम वर्क का शिक्षक है।इसके अलावा यह शरीर और दिमाग को फिट और स्वस्थ रखता है।श्री कर्नाटक ने कहा कि बड़े गर्व की बात है कि आज हमारे देश की बेटियां भी खेलों में अपनी अलग प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि युवा ही देश का भविष्य होते हैं।किसी भी देश का विकास उस देश के युवाओं पर ही हमेशा से निर्भर करता रहा है।हम यह कह सकते हैं कि युवा ही राष्ट्र का संरचनात्मक और कार्यात्मक ढांचा है। प्रत्येक राष्ट्र की तरक्की का आधार उसकी युवा पीढ़ी होती है,जिसकी उपलब्धियों से उस राष्ट्र का विकास होता है।राष्ट्र का भविष्य युवाओं के सर्वांगीण विकास में निहित है।ऐसा इसलिए कि युवा ही राष्ट्र निर्माण में सर्वोच्च भूमिका का निर्माण करते हैं।युवाओं में समाज का वह क्षेत्र शामिल होता है,जो अभी तक विकास को परिलक्षित करता है और एक राष्ट्र के लिए भाग्य का निर्माता होता है।वह बचपन से वयस्क बनने तक के बीच का चरण होता है।प्रत्येक व्यक्ति जीवन के इन्हीं रास्तों से होकर गुजरता है।यदि वक्त का सही उपयोग किया जाए तो यह चरण वास्तव में महत्वपूर्ण परिणाम देने वाला होता है। जो कुछ नया कर गुजरने की इच्छा से भरा होता है।किसी देश में रहने वाले लोग उस देश के विकास और प्रगति के लिए स्वयं उत्तरदायी होते हैं।किसी भी देश में कुल जनसंख्या का लगभग 20 से 30 प्रतिशत भागीदारी युवाओं की होती है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि युवाओं को एक सकारात्मक दिशा में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित करना आवश्यक है।इसके लिए युवाओं के प्रशिक्षण तथा विकास पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। युवाओं को उचित शिक्षा तथा उनके कौशल विकास की आवश्यकता है, जिससे कि वे सशक्त और समृद्ध हो सकें। युवाओं में कार्य करने की अपार क्षमता होती है और प्रत्येक युवा उत्साह से भरा होता है।अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर वह हमेशा अग्रसर होता है।जिस प्रकार से किसी इंजन को चलाने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है,ठीक उसी प्रकार किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए युवाओं की आवश्यकता होती है ।
राष्ट्र का सर्वांगीण विकास और भविष्य वहां रहने वाले नागरिकों की शक्ति और क्षमता पर निर्भर होता
राष्ट्र का सर्वांगीण विकास और भविष्य वहां रहने वाले नागरिकों की शक्ति और क्षमता पर निर्भर होता है।इसमें प्रमुख रूप से योगदान उस राष्ट्र के युवाओं का होता है। किसी भी राष्ट्र को प्रौद्योगिकी,शोध, विज्ञान,चिकित्सा,शिक्षा तथा सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक और सांस्कृतिक विकास के लिए उत्तरदायी माना जाता है।जब युवा अपने प्रयासों के साथ अपनी पूर्ण क्षमता के साथ यही काम करता है तो उसकी गणना की जाती है। भारत में युवाओं की सबसे बड़ी संख्या है, जिन्हें यदि सही दिशा में प्रशिक्षित किया जाए और वे अपना योगदान सही दिशा में दें तो भारत देश संपूर्ण विश्व में सबसे उच्च कोटि का बन जाएगा।ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में जाएं तो यह पता चलता है कि हमारे राष्ट्र के लिए कई परिवर्तन,विकास, समृद्धि और सम्मान दिलाने में युवाओं की भागीदारी और सक्रियता उच्च कोटि रही है।समाज में व्याप्त कई समस्याओं पर कार्य करके युवा दूसरों के लिए एक आदर्श बन सकते हैं।युवावस्था जीवन की वह अवधि है,जो शक्ति और क्षमता के साथ आगे बढ़ती है।किसी भी समस्या का समाधान युवा सकारात्मकता से हल करना जानता है।इस प्रकार यह स्पष्ट है कि किसी भी देश के युवा उस देश का भविष्य होते हैं तथा उस देश की प्रगति और विकास में उनकी प्रमुख भूमिका होती है।विदित हो कि युवाओं में खेलों को बढ़ावा देने के लिए समय- समय पर मंत्री कर्नाटक अल्मोड़ा विधानसभा की प्रत्येक ग्रामसभा में युवाओं के दलों को क्रिकेट,वालीबाल के किटों का वितरण भी करते रहते हैं तथा खिलाड़ियों के सम्मान में उनका हौसला बढ़ाने को सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित करते रहते हैं।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर फुटबॉल टीम की रवीना,ज्योति,मोनिका,नेहा,संजना,कविता,दीक्षा,शालिनी,भगवती चौहान तथा टीम के कोच मनोज कनवाल को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में देवेन्द्र कर्नाटक,रोहित शैली,संजय मिश्रा,हिमांशु कनवाल,राजीव कर्नाटक आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रश्मि काण्डपाल ने किया।