अल्मोड़ा : गौ सेवा न्यास के तत्वाधान में पांच फरवरी को , माघ के पवित्र माह में गोदान व  वैदिक यज्ञ के साथ ही माघी खिचड़ी का होगा आयोजन

गौ सेवा न्यास के तत्वाधान में  आगामी पांच फरवरी को , माघ के पवित्र माह में गोदान व  वैदिक यज्ञ के साथ ही माघी खिचड़ी का आयोजन किया गया है ।

कार्यक्रम के लिये एक तैयारी बैठक सम्पन्न

कार्यक्रम के लिये एक तैयारी बैठक सम्पन्न हुई जिसमें गौ सेवा न्यास के  सचिव दयाकृष्ण काण्ड़पाल ,  पूरन चन्द्र तिवारी , सलाहकार चन्द्रमणी भट्ट , मनोज सनवाल  डा़ जे .सी  दुर्गापाल , बसन्त बल्लभ पन्त ,  पी एस सत्याल , आदि उपस्थित रहे  । बैठक में  पांच फरवरी के कार्यक्रम  अलावा विविध  विषयों में परिचर्चा हुई जिसमें अल्मोड़ा  में लावारिस गौवंश को गौसदन मे शरण देने पर भी परिचर्चा  हुई । बैठक मे गौशाला के संस्थापक सचिव दयाकृष्ण काण्डपाल ने कहा कि  अभी तक जो गौवंश गौशाला में  पल रहा है उसके लिये गौशाला के दानदाताओं का बड़ा  योगदान है , जिसे भुलाया नही जा सकता उन्होंने  कहा  कि गौशाला की स्थापना 2010 मे हुई ,2011 में यह  ट्रस्ट बनाया गया ,तब से अब तक गौशाला मे निराश्रित गौवंश को शरण दी जा रही  है ।  

जिलाधिकारी की पहल पर गौशाला मे एक भूसा स्टोर बनाया जा रहा

उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी की पहल पर गौशाला मे एक भूसा स्टोर बनाया जा रहा है , तथा नगर  पालिका के साथ एक एम ओ यू साईन किया जाना प्रस्तावित है जिसमे यह तय किया जा रहा है कि नगर क्षेत्र मे आवारा घूम रही गौवंश को गौशाला में  शशर्त शरण दी जायेगी जिसमे नगर पालिका गौशाला में नगर से पकड़ी गई गायों की सम्पूर्ण चारा व दो सेवक प्रदान करेगी गौशाला प्रबन्धन  इसकी समुचित ब्यवस्था करेगी  , पकड़ी गई गायों के मालिकों गाय छोड़ने पर  जुर्माना  भी वसूला जा सकेगा।   इन तेरह वर्षों में विविध लोगों का सहयोग मिला जिनके लिये गौशाला उन सबका  आभार ब्यक्त करती है ।

चन्द्रमणी भट्ट ने आगामी पांच फरवरी के कार्यक्रम  की रूपरेखा प्रस्तुत की

इस अवसर पर पूरन चन्द्र तिवारी ने गौशाला का आर्थिक  विवरण प्रस्तुत किया  तथा चन्द्रमणी भट्ट ने आगामी पांच फरवरी के कार्यक्रम  की रूपरेखा प्रस्तुत की । उन्होंने बताया कि गौशाला के सम्मानित सहयोगी विविध सामाजिक कार्यक्रमों मे अपना  योगदान दे रहे है जिसमें जरूरत मन्दों के चिकित्सा के  आर्थिक सहयोग व गरीब कन्याओं के विवाह में अपना अंशदान भी दे रहे है । पांच फरवरी को माघ स्नान  करने वाले  गौदान करेंगे ।