पंद्रह फरवरी से जंगलों का फायर सीजन शुरू हो जाएगा । जिसके लिए वन विभाग द्वारा पूरी तैयारियां शुरू कर ली गई है। तराई पूर्वी वन प्रभाग क्षेत्र में 57 फायर क्रू स्टेशन के अलावा एक मास्टर कंट्रोल रूम तैयार किया गया हैं, जो जंगलों में आग लगने की निगरानी करेगा।
जंगलों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी तैयारियां की गई शुरू
इस बार जाड़ों में कम बारिश के चलते जबर्दस्त सूखे की मार जंगलों तक पहुंचने की आशंका जताई गई है । वन विभाग इस बार कम बारिश के चलते जंगल धड़कने की आशंका जताते हुए आग से जंगलों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं । तराई पूर्वी वन प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि तराई पूर्वी वन प्रभाग का क्षेत्र हल्द्वानी से लेकर उधम सिंह नगर और नेपाल सीमा तक लगा हुआ है । इस बार बारिश कम होने के चलते मौसम में नमी नहीं देखी जा रही है । जिसके चलते जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ने की संभावना बढ़ गई हैं । जिसके मद्देनजर वन विभाग के सभी वन कर्मियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं । साथ ही 15 फरवरी से फायर सीजन शुरू होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं । उन्होंने बताया कि फॉरेस्ट फायर के मद्देनजर सिस्टम को दुरुस्त कर लिया गया है। तराई पूर्वी वन प्रभाग क्षेत्र में 57 फायर क्रू स्टेशन के अलावा एक मास्टर कंट्रोल रूम तैयार किए गए हैं, जिससे जंगलों में आग लगने की निगरानी की जाएगी ।
जिला स्तर पर तैयारी संपन्न
इसके अलावा जिला स्तर पर जिला प्रशासन वन विभाग और अग्निशमन के बीच बैठक सम्पन्न हो चुकी है जिससे जहां कहीं आग लगने की सूचना मिलेगी वहां अग्निशमन की गाड़ियों के माध्यम से तुरंत आग पर काबू पाने की कोशिश की जाएगी ।