मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन, देहरादून में 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेल कोटा पुनः प्रारंभ करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत की धरती तीरंदाजी की जननी रही है। भारतीय संस्कृति में तीरंदाजी को धनुर्विद्या के नाम से जाना जाता रहा है, यह प्रमुख खेल होने के साथ ही युद्ध कला की एक प्राचीन विद्या भी रही है।उन्होंने कहा कि हमारा इतिहास महान योद्धाओं और वीर धनुर्धरों की वीरता और धनुर्विद्या का साक्षी रहा है। देहरादून की महान धरती तो स्वयं में महान धनुर्धर गुरु द्रोण की तपस्थली रही है। इस प्रतियोगिता का आयोजन देहरादून में होना अपने आप में गर्व का विषय है।
हमारे खिलाड़ियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में समृद्ध खेल संस्कृति का विकास हो रहा है। हमारे खिलाड़ियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है। खेल हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार ने बताया कि इस आयोजन में 19 राज्यों की पुलिस टीम समेत सशस्त्र बलों को मिलाकर कुल 26 टीमों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। 14-19 दिसम्बर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में कुल 316 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस दौरान मौजूद रहे
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक कैंट सविता कपूर, उत्तराखण्ड आर्चरी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र तोमर, आयोजन सचिव मुख्तार मोहसिन समेत पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी, राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मौजूद रहे।