उत्तराखंड में जोशीमठ की स्थिति पर केंद्र सरकार भी नजर बनाए हुए है। पीएम मोदी ने भी उत्तराखंड के जोशीमठ भू-धंसाव पर मुख्यमंत्री से शहर को बचाने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। दरअसल, रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान यह जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम मोदी से फोन पर जोशीमठ को लेकर बातचीत हुई है। प्रधानमंत्री ने जोशीमठ में चल रहे राहत-बचाव कार्यों के बारे में एक-एक विषय पर विस्तार से जानकारी ली है।
पीएम मोदी ने राहत बचाव कार्य की ली जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा है कि जोशीमठ को बचाने के लिए हर कोशिश की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने वहां के लोगों को राहत बचाव के लिए क्या कार्य हो रहा है और उनको दिक्कत क्या आ रही हैं। कितने परिवार जद में आ रहे हैं। शिविर में रहे रहे लोगों की पुनर्वास की क्या व्यवस्था है, इसके बारे में जानकारी ली है। साथ ही दरारों को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने केन्द्र और राज्य के सहयोग पर भी बात की है।
सुरक्षा को लेकर सरकार अध्ययन जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के दिन से ही प्रधानमंत्री कार्यालय से जानकारी ली जा रही है। आज उन्होंने जोशीमठ में आई दरारों से नुकसान और परिवारों को पुनर्वास के आंकलन की जानकारी मांगी है। मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जोशीमठ की घटना के बाद पहाड़ों पर जो शहर बसें हैं, उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार अध्ययन कर रही है।
पीएमओ की जोशीमठ पर उच्च स्तरीय बैठक
बता दें कि पिछले कुछ समय में जोशीमठ में स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि इमारतों और संरचनाओं में दरारें पड़ना जारी हैं। रविवार को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा पीएमओ में कैबिनेट सचिव और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्यों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। जोशीमठ के जिला पदाधिकारी भी इस समीक्षा बैठक में वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मौजूद रहे। साथ ही उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक में शामिल रहे।