चीन में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत अधिक बढ़ रहे हैं। कोविड प्रतिबंधों में ढील दिये जाने के बाद वहां के अस्पताल मरीजों से पूरी तरह भरे हुए हैं। महामारी रोग विज्ञानी और स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐरिक फेग्ल-डिंग का अनुमान है कि चीन की साठ प्रतिशत और दुनिया की दस प्रतिशत से अधिक आबादी के अगले नब्बे दिनों में संक्रमित होने और लाखों रोगियों की मृत्यु होने की आशंका है।
कोरोना जांच समाप्त किये जाने के कारण चीन में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकना कठिन हो रहा
19 और 23 नवम्बर के बीच अधिकारियों द्वारा चार कोविड रोगियों की मृत्यु की घोषणा के बाद चीन ने कोविड संक्रमण से किसी की मृत्यु होने की खबर नहीं दी थी। इस महीने चीन ने ज्यादातर लॉकडाउन, कोविड जांच और क्वारंटीन व्यवस्था को अचानक खत्म कर दिया है। यहां छोटे स्तर के वायरस के प्रसार को दबाने के लिए पिछले तीन वर्षों से सख्त कोविड नीति को भी लचीला बना दिया था। कोरोना जांच समाप्त किये जाने के कारण चीन में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकना कठिन हो रहा है।
संक्रमण जांच केन्द्रों पर बहुत कम लोगों की जांच होने के कारण दैनिक राष्ट्रीय संक्रमण की संख्या में तेजी से गिरावट
संक्रमण जांच केन्द्रों पर बहुत कम लोगों की जांच होने के कारण दैनिक राष्ट्रीय संक्रमण की संख्या में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। इस महामारी के फैलने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस सप्ताह पहली बार बिना लक्षण वाले दैनिक रोगियों के आंकडे देना बंद कर दिया ।
अमेरिका ने जताई चिंता
चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना से अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। सोमवार को यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के स्पोक्सपर्सन नेड प्राइस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चीन में कोरोना के बढ़ते केसेस के पीछे कोई नया म्यूटेशन हो सकता है। उन्हें आशंका है कि चीन सरकार कोरोना मामलों और मौतों की सही संख्या नहीं बता रही है। यह पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात हो सकती है।