भारत और जर्मनी ने ऊर्जा, कारोबार और जलवायु परिवर्तन सहित द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ बनाने पर की विस्तृत चर्चा, समग्र प्रवासन एवं आवाजाही साझेदारी समझौते पर किए हस्ताक्षर

जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक अपने दो दिवसीय भारत की यात्रा पर हैं। आज उन्होंने राजधानी दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की जिसके बाद भारत और जर्मनी ने ऊर्जा, कारोबार और जलवायु परिवर्तन सहित द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ बनाने पर विस्तृत चर्चा की तथा समग्र प्रवासन एवं आवाजाही साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जिससे लोगों के लिए एक-दूसरे के देश में पढ़ाई, शोध और काम करना आसान होगा।

गांधी स्मृति संग्रहालय से भारत की यात्रा शुरू

जर्मनी की विदेश मंत्री ने कहा कि मैंने गांधी स्मृति संग्रहालय से भारत की अपनी यात्रा शुरू की। जब मैंने आज महात्मा गांधी के अंतिम कदमों का अनुसरण किया तो मुझे पूरी तरह से पता चला कि भारत की स्वतंत्रता की राह वास्तव में आसान नहीं थी।

दोनों देशों के मंत्रियों के बीच जी-20 की अध्यक्षता पर बातचीत

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि आज हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के अलावा प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इसमें यूक्रेन में संघर्ष, हिंद-प्रशांत रणनीतिक स्थिति और कुछ हद तक पड़ोसी देशों से संबंधित घटनाक्रम भी शामिल हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि हमने बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की बात आती है, तो भारत और जर्मनी जी4 के ढांचे में बातचीत करते हैं।

यूरोपीय संघ में जर्मनी भारत का सबसे बड़ा भागीदार

व्यापार के मोर्चे पर डॉ जयशंकर ने जर्मनी को यूरोपीय संघ में भारत का सबसे बड़ा भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि हम आज व्यापार, निवेश और भौगोलिक संकेतकों पर भारत-यूरोपीय संघ बातचीत का समर्थन कर रहे हैं । हमें उम्मीद है कि वे अच्छी तरह से आगे बढ़ेंगे। एफटीए पर तीसरे दौर की वार्ता अभी समाप्त हुई है। उन्होंने कहा कि एक मुद्दा जो वीजा चुनौतियों के साथ भी आया था, हम आशा करते हैं कि इनमें से कुछ को आने वाले महीनों में संबोधित किया जाएगा, ताकि बैकलॉग को साफ किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमने भारत की जी20 अध्यक्षता पर चर्चा की जब जर्मनी स्वयं एक सफल जी7 अध्यक्षता का समापन कर रहा है।