मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बागेश्वर में मकर संक्रांति पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले को भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसे राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे। स्थानीय संस्कृति को प्रमुखता देते हुए प्रवासी उत्तराखण्डियों को भी उत्तरायणी मेले से जोड़ा जाएगा।
देश-विदेश के पर्यटकों को बागेश्वर के उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिले, इसके लिए देश-विदेश के पर्यटकों को बागेश्वर के उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी जाए। बागेश्वर के उत्तरायणी मेले को पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अटल जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है, राज्य सरकार ने सुशासन के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहल की हैं।
26 दिसम्बर को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज के पुत्र साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह जी ने छोटी सी उम्र में धर्म की रक्षा के लिये प्राणों का बलिदान दिया था। प्रधानमंत्री जी ने इस सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसम्बर को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भी इस अवसर पर विशेष रूप से राज्य के विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।