अल्मोड़ा: कलाकार प्रो. शेखर जोशी ने शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि के रूप में भेजा संदेश

स्टॉकहोम,स्वीडन में 9वां शिखर सम्मेलन कला और संस्कृति 2023 दिनांक:2 से 3 मई को आयोजित होने वाला है। इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधि के रूप में कलाकार एवं एसएसजे के शिक्षक प्रोफेसर शेखर चंद्र जोशी ने अपना संदेश प्रेषित किया है। उन्होंने अपने भेजे गए संदेश में कहा कि दृश्यकला भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है।

भारतीय संस्कृति अनूठी एवं असाधारण

भारतीय संस्कृति अनूठी एवं असाधारण है। कलाओं ने इसे आकार देने में अपना योगदान दिया है। उन्होंने शिखर सम्मेलन हेतु दिए गए संदेश में  आगे कहा  आदिवासी कला, दृश्यकला और कलाकार से संबंधित विषयों को प्रमुखता से उठाएंगे। कलात्मक स्वतंत्रता दी जानी चाहिए।  वो दुनिया की कलाओं का के संरक्षण के लिए प्रयास करेंगे।

अपनी नेल पेंटिंग्स के माध्यम से कला क्षेत्र को किया समृद्ध

ज्ञातव्य है कि प्रो. जोशी सोबन सिंह जीना परिसर में कला के शिक्षक हैं। उन्होंने अपनी नेल पेंटिंग्स के माध्यम से कला क्षेत्र को समृद्ध किया है और  दर्जन भर देशों की यात्रा कर कला संरक्षण के लिए आवाज उठाई है।